जबलपुर : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का दावा है कि दुनिया के सबसे शुद्धतम समय की गणना का केंद्र फिर उज्जैन होगा. प्राचीनकाल से लेकर पिछले कुछ दशकों पहले तक समय की गणना का केंद्र उज्जेन रहा है. लेकिन वर्तमान में विश्व के समय की गणना लंदन के ग्रीनविच (Greenwich) शहर से होती है. सीएम मोहन यादव ने कहा कि विज्ञान और तकनीक के मामले में हम लगातार नए आयाम स्थापित कर रहे हैं. आईआईटी के स्कॉलर द्वारा उज्जैन में बनाई गई वैदिक घड़ी इसका उदाहरण है. सीएम मोहन यादव ने ये बातें जबलपुर के महाकौशल विज्ञान मेले के समापन अवसर पर कहीं.
मुंबई से वर्चुअली जुड़े मोहन यादव
जबलपुर के विज्ञान मेले के समापन पर वर्चुअली जुड़कर सीएम मोहन यादव ने कहा, '' समय की गणना का काम अभी इंग्लैंड के ग्रीनविच शहर से होता है, जिसे उज्जैन से फिर शुरू करवाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए वैज्ञानिकों के साथ मिलकर एक अत्याधुनिक वेधशाला का निर्माण किया जा रहा है.'' गौरतलब है कि मोहन यादव मुंबई में महाराष्ट्र चुनाव के प्रचार के लिए गए थे लेकिन लेट होने के चलते वे जबलपुर के विज्ञान मेले में वर्चुअली जुड़े और सभा को संबोधित किया.
जहां विराजे हैं महाकाल वहीं से होती है काल गणना
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक बार फिर दोहराया, '' अभी दुनिया भर में समय की गणना इंग्लैंड के ग्रीनविच नाम के शहर से होती है लेकिन इतिहास में पहले यह गणना उज्जैन से होती थी और महाकाल जिस जगह पर स्थापित हैं वहां अक्षांश और देशांतर रेखाओं का केंद्र बिंदु है.'' मोहन यादव का दावा है कि उन्होंने कुछ वैज्ञानिकों के साथ एक प्रोजेक्ट तैयार करवाया है, जिसमें दुनिया के सबसे शुद्ध समय की गणना का काम उज्जैन की वेधशाला से शुरू किया जा रहा है. मोहन यादव का कहना है कि केवल भारत ही नहीं पूरे एशिया के लिए वह सबसे शुद्ध समय का आकलन उज्जैन से शुरू करवाने जा रहे हैं.
साइबर सिक्योरिटी को मजबूती देने का काम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम का गठन किया जा रहा है. मध्य प्रदेश सरकार के सभी 54 विभागों में साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाने के लिए 108 अधिकारियों को मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी बनाया जा रहा है जिससे विभागों की साइबर सिक्योरिटी मजबूत की जा सके.
विज्ञान, ज्ञान, नवाचार का संगम...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 18, 2024
उज्जवल भविष्य की ओर कदम...
जबलपुर के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित 'महाकोशल विज्ञान मेला एवं आरोग्य एक्सपो 2024' के समापन सत्र कार्यक्रम में वर्चुअली सहभागिता की।
इस प्रकार के आयोजन विज्ञान और समाज के जुड़ाव को मजबूत करते हुए हमारे बच्चों को… pic.twitter.com/0jhEEqApMg
मध्य प्रदेश में विज्ञान और तकनीकी का विकास
मोहन यादव ने कहा कि वह लगातार कोशिश कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश में विज्ञान और तकनीकी का विकास बढ़ सके. इसके लिए वैज्ञानिकों के संभाग स्तर पर सम्मेलन करवाने की बात भी कहीं जा रही है. जबलपुर में चार दिनों तक चले विज्ञान मेले का सोमवार को समापन हो गया. इस मेले में हजारों की तादाद में बच्चों ने विज्ञान के कई पहलुओं के बारे में जानकारियां लीं.