आगरा: आगरा में महिलाओं को रोजगार देने के लिए महिला रोजगार मेला लगेगा. जिसमें महिलाओं की योग्यता के मुताबिक, चार श्रेणी में रोजगार दिया जाएगा. महिलाओं को स्किल सुधारने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी. ये जानकारी रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन और स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन की ओर से अध्यक्ष रजत अस्थाना ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए दी. उन्होंने बताया कि 21 दिसम्बर को आगरा दिल्ली हाईवे पर सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर महिला रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा. महिला रोजगार मेला में भर्ती के लिए आगरा की शूज इंडस्ट्रीज की इकाइयां, कपड़ा कारोबार, शिक्षा, अस्पताल और अन्य संस्थाएं शामिल होंगी.
महिलाओं को सशक्त और सक्षम बनाने पर जोर: रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने बताया कि महिला रोजगार मेले का उद्देश्य आगरा की औद्योगिक इकाइयों में महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना है. ये एक पहल और एक कदम है. जिससे महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है. इसके लिए चार श्रेणी निर्धारित की है. पहली श्रेणी दसवीं पास, दूसरी श्रेणी 12 वीं पास, तीसरी श्रेणी ग्रेजुएट और चौथी श्रेणी टेक्निकल है. महिलाओं का पहले इन चार श्रेणी में पंजीकरण करके बाद इंटरव्यू लेकर योग्यता के मुताबिक, नौकरी दी जाएगी. रोजगार मेला में अधिक महिलाएं पहुंचे. इसके लिए शहर में अलग अलग स्थानों से रोजगार मेला स्थल के लिए बसें चलाई जाएंगी. इसके साथ ही इस बारे में ग्राम प्रधान से भी संपर्क करके ग्रामीण क्षेत्र की हुनरमंद महिलाओं को रोजगार देने पर पूरा फोकस है. ग्राम प्रधान की मांग पर गांव से बस से महिलाओं को रोजगार मेला स्थल पर लाया जाएगा.
देश की जीडीपी में वृद्धि करेगी ये पहल: फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (एफमेक) अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि महिला रोजगार मेला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है. विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार अगर महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी 50 प्रतिशत तक बढ़ाई जाए तो भारत की जीडीपी वृद्धि में 1.5 ट्रिलियन डॉलर तक का इज़ाफा संभव है. ये पहल इसमें अहम भूमिका निभाएगी. किशोर फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने बताया कि रोजगार मेला में स्थानीय महिलाओं को उद्योगों और फैक्ट्रियों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न कंपनियों और संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है.
औद्योगिक इकाइयों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी: हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के सचिव डॉ. एसके त्यागी ने बताया कि महिला रोजगार मेले के माध्यम से सामाजिक सरोकार की यह अनूठी पहल है. जिससे महिलाओं की औद्योगिक इकाइयों में भागीदारी सुनिश्चित होगी.है. स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर अस्थाना हमारी संस्थान में पहले से 30 प्रतिशत महिलाएं हैं. हमारा पूरा जोर महिलाओं की संस्थान अधिक रोजगार देने पर है.
आगरा में महिला रोजगार मेला; इंटरव्यू के आधार पर हर क्षेत्र में मिलेगी नौकरी, जानें प्रक्रिया और योग्यता - WOMEN EMPLOYMENT FAIR
रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन एवं हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के अध्यक्ष ने मेले के बारे में दी जानकारी, जानिए क्या है प्रक्रिया
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : 2 hours ago
आगरा: आगरा में महिलाओं को रोजगार देने के लिए महिला रोजगार मेला लगेगा. जिसमें महिलाओं की योग्यता के मुताबिक, चार श्रेणी में रोजगार दिया जाएगा. महिलाओं को स्किल सुधारने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी. ये जानकारी रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन और स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन की ओर से अध्यक्ष रजत अस्थाना ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए दी. उन्होंने बताया कि 21 दिसम्बर को आगरा दिल्ली हाईवे पर सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर महिला रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा. महिला रोजगार मेला में भर्ती के लिए आगरा की शूज इंडस्ट्रीज की इकाइयां, कपड़ा कारोबार, शिक्षा, अस्पताल और अन्य संस्थाएं शामिल होंगी.
महिलाओं को सशक्त और सक्षम बनाने पर जोर: रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने बताया कि महिला रोजगार मेले का उद्देश्य आगरा की औद्योगिक इकाइयों में महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना है. ये एक पहल और एक कदम है. जिससे महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है. इसके लिए चार श्रेणी निर्धारित की है. पहली श्रेणी दसवीं पास, दूसरी श्रेणी 12 वीं पास, तीसरी श्रेणी ग्रेजुएट और चौथी श्रेणी टेक्निकल है. महिलाओं का पहले इन चार श्रेणी में पंजीकरण करके बाद इंटरव्यू लेकर योग्यता के मुताबिक, नौकरी दी जाएगी. रोजगार मेला में अधिक महिलाएं पहुंचे. इसके लिए शहर में अलग अलग स्थानों से रोजगार मेला स्थल के लिए बसें चलाई जाएंगी. इसके साथ ही इस बारे में ग्राम प्रधान से भी संपर्क करके ग्रामीण क्षेत्र की हुनरमंद महिलाओं को रोजगार देने पर पूरा फोकस है. ग्राम प्रधान की मांग पर गांव से बस से महिलाओं को रोजगार मेला स्थल पर लाया जाएगा.
देश की जीडीपी में वृद्धि करेगी ये पहल: फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (एफमेक) अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि महिला रोजगार मेला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है. विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार अगर महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी 50 प्रतिशत तक बढ़ाई जाए तो भारत की जीडीपी वृद्धि में 1.5 ट्रिलियन डॉलर तक का इज़ाफा संभव है. ये पहल इसमें अहम भूमिका निभाएगी. किशोर फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने बताया कि रोजगार मेला में स्थानीय महिलाओं को उद्योगों और फैक्ट्रियों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न कंपनियों और संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है.
औद्योगिक इकाइयों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी: हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के सचिव डॉ. एसके त्यागी ने बताया कि महिला रोजगार मेले के माध्यम से सामाजिक सरोकार की यह अनूठी पहल है. जिससे महिलाओं की औद्योगिक इकाइयों में भागीदारी सुनिश्चित होगी.है. स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर अस्थाना हमारी संस्थान में पहले से 30 प्रतिशत महिलाएं हैं. हमारा पूरा जोर महिलाओं की संस्थान अधिक रोजगार देने पर है.