जोधपुर. फलोदी जिले के मतोडा थाना पुलिस ने थाने में दर्ज एक गुमशुदगी के मामले का खुलासा हो गया है. जिस व्यक्ति की गुमशुदगी दर्ज हुई थी, उसका शव गत दिनों बरामद हुआ था. इसके बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात गहराई से की, तो सामने आया कि मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी व सहयोगियों के साथ मिलकर पति हत्या करवाई थी. इसके लिए उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी. पुलिस ने मृतक की पत्नी, प्रेमी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया हैं.
फलोदी एसपी पूजा अवाना ने बताया कि 25 फरवरी को मतोडा थाने में बापीणी निवासी कालूराम ने अपने पुत्र कोजाराम के 21 फरवरी को अपने ससुराल बारू जाने के बाद से उसका पता नहीं चल रहा है. कोजाराम के ससुराल वालों ने उसके बारू नहीं आने की बात कही है. इस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर पड़ताल शुरू की. इस दौरान पुलिस ने उसके फोन की कॉल डिटेल से डेटाबेस तैयार किया.
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पुलिस जांच के दौरान पता चला कि जैसलमेर जिले के मोहनगढ के पास नहर में एक लाश मिली है. जिसकी फोटो मंगवा कर कोजाराम के परिजनों को दिखाई. इसके बाद कुछ सामान का पता चला, तो यह पुष्टि हुई कि शव कोजाराम का ही था. जिसे जैसलमेर पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं होने और शव की स्थिति खराब होने से डीएनए प्रोफाइल करवा कर अंतिम संस्कार करवा दिया. इसका मर्ग एक मार्च को दर्ज कर लिया गया.
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जांच जारी रखी तो हुआ खुलासा: शव का अंतिम संस्कार होने के बाद भी मतोडा थाना पुलिस ने मृतक कोजाराम के मोबाइल फोन के तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पड़ताल जारी रखी. कॉल डिटेल में जैसलमेर के आसकंद्रा निवासी दशरथ मेघवाल व जयपालराम मेघवाल के नंबर मिले. दोनों को दस्तयाब कर पूछताछ की गई. शुरूआत में दोनों ने अनभिज्ञता जाहिर की, लेकिन बाद में दशरथ ने कबूला कि उसके कोजाराम की पत्नी ममता के साथ अवैध संबध थे. लेकिन दोनों की शादी हो गई.
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दशरथ और कोजाराम की पत्नी ममता अपने बीच का रोडा हटाना चाहते थे. इसके लिए 21 फरवरी को ममता ने फोन पर कोजाराम को बारू बुलाया. कोजाराम अपने ससुराल बारू जाने के लिए घर बापिणी से रवाना हो गया. कोजाराम के घर से रवाना होने की सूचना उसकी पत्नी ममता ने अपने प्रेमी दशरथ को कर दी. जिस पर दशरथ भारमसर से अपने साथी जयपालराम पुत्र गोपाराम मेघवाल को लेकर मोटरसाइकिल से फलोदी आया. यहां पर कोजाराम, दशरथ व जयपालराम तीनों आपस में मिल गए.
पानी लेने भेजा और नहर में दिया धक्का: फलोदी से दशरथ व जयपालराम दोनों कोजाराम को लेकर नाचना गए, जहां पर उसको शराब पिलाई तथा बाद में दशरथ ने कोजाराम को पानी लाने के बहाने नहर के पास भेजा. जब कोजाराम पानी लेने के लिए नहर में से बोतल भरने लगा, तब दशरथ ने कोजाराम को धक्का देकर नहर में पटक दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई. जिसका शव कुछ दिनों बाद बरामद हुआ, जो क्षत विक्षत हो गया. जिसके चलते मोहनगढ पुलिस को उसका निस्तारण करना पड़ा. पुलिस ने दशरथ की पूछताछ के बाद मृतक कोजाराम की पत्नी ममता उसके प्रेमी दशरथ और जयपालराम को गिरफ्तार कर लिया.