पटना : काराकाट लोक सभा सीट पर भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह की मौजूदगी ने लड़ाई को चर्चित बना दिया है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ओर से कुशवाहा उम्मीदवार मैदान में हैं. पवन सिंह के लड़ाई में डटे रहने से भाजपा पशोपेश में है. जहां एक ओर तमाम धमकी और कोशिशों के बावजूद पवन सिंह ने नाम वापस लेने से इंकार कर दिया है. ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या बीजेपी अब पवन सिंह पर एक्शन लेगी?
रणनीति के तहत मां को बनाया उम्मीदवार : दरअसल, पवन सिंह कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. तभी तो विकल्प के तौर पर अपनी मां को भी उम्मीदवार बनाया. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उनका साफ कहना था कि, हर इंसान अपने जीवन में कुछ सोच समझकर चलना चाहता है चाहे वह हम हो या आप. मां का नामांकन बस एक रणनीति का हिस्सा है. मतलब साफ है कि पवन सिंह हर दांव के लिए तैयार हैं.
''पवन सिंह चुनाव के मैदान में डटे रहना चाहते हैं. अपनी मां को मैदान में लाकर उन्होंने संकेत भी दे दिया है कि वह भाजपा के दबाव में आने वाले नहीं है. शुरुआती दौर में यह लग रहा था कि काराकाट में दो कुशवाहा के बीच लड़ाई है, लेकिन पवन सिंह ने लड़ाई को त्रिकोणात्मक बना दिया है. काराकाट सीट पर एनडीए के लिए मुश्किल है.''- अरुण पांडे, वरिष्ठ पत्रकार
कार्रवाई से भी नहीं डरने वाले हैं पवन सिंह : काराकाट लोक सभा क्षेत्र पर नामांकन वापसी का दिन 17 मई है. अभी इसमें 2 दिन शेष बचे हैं. भारतीय जनता पार्टी नामांकन वापसी तक इंतजार करना चाहेगी. अगर पवन सिंह नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी. इधर पवन सिंह ने भी अपना स्टैंड क्लीयर करते हुए साफ किया कि 'मैं कोई क्रिमिनल हूं जो मुझपर कार्रवाई होगी. मैं जनता के बीच हूं. यह भारत देश हैं. यहां हर किसी को स्वतंत्र रहने की आजादी है.'
पवन सिंह हैं वोट कटवा- BJP : भाजपा के वरिष्ठ नेता और चुनाव समिति के सदस्य प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि, मोदी के नाम पर लोग वोट कर रहे हैं. पूरे देश में नरेंद्र मोदी की लहर है. कोई निर्दलीय उम्मीदवार अगर लड़ रहा है तो वह वोट कटवा साबित होने वाला है. पवन सिंह की हैसियत भी वोट कटवा की तरह होगी. नामांकन वापसी तक पार्टी इंतजार करेगी. अगर वह नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
काराकाट में कुशवाहा Vs कुशवाहा : काराकाट लोक सभा सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के द्वारा कुशवाहा उम्मीदवार राजा राम को मैदान में उतार गया है. राजाराम विधायक भी रह चुके हैं. राजाराम के खिलाफ एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है. इन सबके बीच भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की एंट्री होती है और पवन सिंह भी नामांकन का प्रचार दाखिल कर देते हैं.
पवन सिंह ने टिकट किया वापस : आपको बता दें कि पवन सिंह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और पार्टी ने उन्हें आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था. बंगाली समुदाय पर उनके गानों को लेकर विवाद हुआ और उन्हें उम्मीदवारी वापस लेनी पड़ी. पवन सिंह आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी में उन्हें टिकट नहीं दिया.
ये भी पढ़ें :-