शिमला: हिमाचल के चंबा में पंजाब से आए पर्यटकों के साथ हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है. चंबा के खज्जियार में घूमने आए पंजाब की दंपति के साथ हुई मारपीट के मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री एवं मंडी की सांसद कंगना रनौत का नाम चर्चा में आ गया है. अफवाह है कि कंगना के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुई थप्पड़ की घटना के बाद हिमाचल के लोग भी गुस्से में हैं. अफवाहों के मुताबिक खज्जियार में पर्यटक दंपति के साथ हुई घटना को कंगना के थप्पड़ कांड से जोड़ कर देख रहे हैं.
हिमाचल एक पर्यटन राज्य है. गर्मियों के मौसम में पंजाब, हरियाणा समेत पूरे भारत से पर्यटक आते हैं. इन दिनों सभी पर्यटन स्थलों पर बाहरी राज्यों से घूमने आए लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ है. अब ये सवाल उठता है कि कंगना के साथ घटी इस घटना को क्यों जोड़ा जा रहा है. क्या इसके पीछे हिमाचल के पर्यटन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. क्या इसे साजिशन मुद्दा बनाया जा रहा है ये बड़ा सवाल है.
चरणजीत सिंह चन्नी ने सीएम सुक्खू से की बातचीत
इस मुद्दे को लेकर पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो में पूर्व सीएम चन्नी हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ फोन पर बात करते नजर आ रहे हैं. चन्नी सीएम सुक्खू के साथ फोन कॉल पर कहते हैं 'खज्जियार में एनआरआई जोड़े के साथ हुई मारपीट पंजाब-हिमाचल के लिए चिंता का विषय बन गया है. कंगना के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुए थप्पड़ कांड के कारण उनको पीटा गया है. जवाब में सीएम सुक्खू इस मामले की जानकारी ना होने की बात कहते हैं. आगे चन्नी वीडियो में कहते हैं कि बीजेपी नफरत की राजनीति कर रही है इससे हमारा सिख भाईचारा परेशान है और ये हमें हिमाचल के लोगों से लड़वाने की साजिश है. आप कृप्या इसकी जांच करवाएं.' जवाब में सीएम सुक्खू ने भी मामले की जांच का आश्वासन दिया है.
सीएम सुक्खू ने की निंदा
मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि खजियार में एनआरआई दम्पति पर हमले के मामले में अमृतसर में दम्पति ने जीरो एफआईआर दर्ज करवाई है. प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस को इस मामले में विस्तृत जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. अमृतसर पुलिस स्टेशन से आने वाली जानकारी के आधार पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. प्रदेश के लोग अपनी सादगी और सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. प्रदेश सरकार पर्यटकों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश के लोग अतिथि देवो भवः की भावना से पर्यटकों का आतिथ्य सत्कार करते हैं.
कंगना से जुड़े मामले के साथ कोई संबंध नहीं
वहीं, हिमाचल पुलिस की ओर से जारी बयान में साफ कहा गया है कि खज्जियार में एनआरआई दंपति के साथ चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सांसद कंगना रनौत के साथ घटी घटना का कोई संबंध नहीं है. पुलिस ने बयान में कहा है कि इस संबंध में स्थानीय लोगों ने भी इस तरह की टिप्पणी नहीं की है. घटना को लेकर पुलिस की जांच में सामने आए तथ्य और की गई कार्रवाई का भी हिमाचल पुलिस ने बयान में जिक्र किया है. बयान के मुताबिक पुलिस की जांच में पाया गया है कि खज्जियार में अमृतसर के पर्यटक कंवलजीत सिंह स्पेनिश मूल की पत्नी और अपने भाई जीवनजीत सिंह के साथ चंबा पहुंचे थे. खज्जियार में हस्तरेखा शास्त्र का अभ्यास करने के बहाने कंवलजीत सिंह और जीवनजीत सिंह महिला पर्यटकों और स्थानीय महिलाओं का जबरन हाथ पकड़ रहे थे. इससे एनआरआई दंपति और वहां मौजूद पर्यटकों व स्थानीय लोगों के बीच कहासुनी हो गई.
पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और दंपति को साथ सुल्तानपुर पुलिस चौकी ले आई. जहां पर दंपति ने कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया और स्थानीय पुलिस के अनुरोध करने के बावजूद मेडिकल करवाने से मना कर दिया. इसी संदर्भ में पुलिस ने इसमें कंवलजीत सिंह का बयान भी दर्ज किया है. जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई हाथापाई के संबंध में पुलिस कार्रवाई करने से इन्कार किया है. जिसको जीवनजीत सिंह ने भी तस्दीक किया.
हिमाचल के टूरिज्म को बदनाम करने की कोशिश
अंत में सवाल उठता है कि जब पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की थी. स्वयं एनआरआई दंपति ने भी किसी भी तरह की पुलिस शिकायत और अपना मेडिकल करवाने से इन्कार किया था. मामला शांत हो गया था फिर इसे तूल क्यों दिया गया. इस मामले को कंगना से क्यों जोड़ा गया. क्या इसके पीछे का मकसद हिमाचल के पर्यटन क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. कंगना के साथ जोड़कर इस मामले में राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की जा रही है? ताकि लोगों की भावनाओं को भड़काया जाए और इसका राजनीतिक लाभ हासिल किया जाए?