रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले अचानक प्रदेश कांग्रेस की कमान राजेश ठाकुर से लेकर पुराने दिग्गज ओबीसी नेता केशव महतो कमलेश के हाथों में सौंप देने के फैसले ने सभी को चौंका दिया था. राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहे थे कि आखिर 2019 लोकसभा चुनाव में राज्य में सिर्फ एक लोकसभा सीट जीतने वाली पार्टी, जब वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में दो लोकसभा सीट जीत गई तो प्रदेश अध्यक्ष को क्यों बदल दिया गया? इस यक्ष प्रश्न का जवाब रविवार को रांची के सर्किट हाउस में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, प्रदेश कांग्रेस के सभी फ्रंटियल ऑर्गेनाईजेशन के अध्यक्ष की उपस्थिति में प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने सार्वजनिक कर दी.
कांग्रेस की ओबीसी वोट बैंक पर नजर!
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि पिछले लगभग तीन वर्षों में झारखंड कांग्रेस को वाइब्रेंट बनाने वाले राजेश ठाकुर की जगह बहुत सोच-समझकर हमारे केंद्रीय लीडरशिप ने केशव महतो कमलेश को प्रदेश अध्यक्ष इसलिए बनाया, क्योंकि हमें प्रदेश में कांग्रेस को और मजबूत बनाना है. उन्होंने माना कि अपने कार्यकाल में राजेश ठाकुर ने पार्टी को वाइब्रेंट बनाया, लेकिन चुनावी राजनीति में जो लोकुना या गैप होता है उसे दूर करने के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट बैंक को पार्टी से जोड़ने के लिए केशव महतो कमलेश को चुना गया. जाहिर है कि गुलाम अहमद मीर वोट की राजनीति में ओबीसी या महतो समाज की बात कर रहे थे .
केशव महतो की लीडरशिप में लड़ेंगे विधानसभा चुनाव-मीर
गुलाम अहमद मीर ने पार्टी के सभी नेताओं, विधायकों, नेता विधायक दल को स्पष्ट किया कि कई नामों पर विचार कर केशव महतो कमलेश को झारखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है और वहीं विधानसभा चुनाव में पार्टी को लीड करेंगे. इससे साफ हो गया कि जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी के तहत भूमिहार जाति से आनेवाले राजेश ठाकुर पर कुड़मी जाति से आने वाले केशव महतो कमलेश बीस पड़े और ओबीसी नेता के तौर पर उनकी ताजपोशी हो गई.
चुनाव को लेकर बनेगी टॉप सीनियर नेताओं की टीम
रविवार को सर्किट हाउस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और सभी विभागों के हेड के साथ बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और पार्टी आलाकमान के आदेश का पालन करते हुए हमें जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका निभानी है. ऐसे में केशव महतो कमलेश की मदद के लिए वह राज्य के टॉप सीनियर 07-08 नेताओं की एक टीम बना देंगे, जो फिलहाल बिना किसी ओहदा का होगा और टीम का हर सदस्य अपने नए प्रदेश अध्यक्ष को मदद करेंगे.
गुलाम अहमद मीर ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता रामेश्वर उरांव और सभी पार्टी नेताओं-पदाधिकारियों से अपील की कि हमें बिना समय गवाएं दिन-रात एक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाना है.
27 अगस्त को नामांकन करेंगे मीर
कांग्रेसियों के साथ बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि आलाकमान का आदेश हुआ है कि मैं जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनूं. उन्होंने कहा कि जिस इलाके से मैं आता हूं वहां चुनाव पहले चरण में 18 सितंबर को है और नामांकन की अंतिम तिथि 27 अगस्त है. इसलिए 27 अगस्त को वह नामांकन करेंगे. गौरतलब हो कि गुलाम अहमद मीर जम्मू कश्मीर राज्य के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा दो बार वर्ष 2002 और 2008 में अनंतनाग जिले के डोरु विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में यह बहुत जरूरी होता है कि हम सीएम को अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की जानकारी दें. उनसे उनकी औपचारिक मुलाकात करवाएं.इसलिए आज वह मुख्यमंत्री से मिले थे. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि अब छोटे-बड़े मामलों में प्रदेश अध्यक्ष को सीधे सीएम से बात करने में सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री से नए प्रदेश अध्यक्ष को विधिवत मिलवाकर यह जानकारी दी कि राज्य में अब हमारी पार्टी इनके लीडरशिप में आगे बढ़ेगी.
विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता करें आवेदन
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने एक बार फिर सभी कांग्रेस नेताओं को याद दिलाया कि राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 अगस्त है और यह तिथि आगे नहीं बढ़ेगी. इसलिए जो भी नेता विधानसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक हैं वो आईसीसी द्वारा जारी फॉर्मेट के अनुसार जल्द से जल्द अपना आवेदन अपने-अपने जिले के जिला कांग्रेस अध्यक्षों को दे दें, ताकि समय रहते हैं उन आवेदनों की स्क्रूटनी और थर्ड पार्टी एजेंसी से भी मूल्यांकन कराने का समय मिल सके.
लोगों को कांग्रेस पार्टी से जोड़ें
बैठक के दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता और राज्य के वित्त मंत्री ने कहा कि आज भी राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं जो सब के सब कांग्रेसी हैं.किसी न किसी वजह से हमने उनकी सुधि नहीं ली और उन्हें भुला दिया था. वह आज भी कांग्रेसी हैं. ऐसे में पार्टी के सीनियर नेताओं का यह फर्ज बनता है कि उन परिवारों से मिलकर उनके गिले-शिकवे दूर कर उन परिवारों को वापस कांग्रेस में लाएं.
केशव महतो कमलेश जुझारू नेताः राजेश ठाकुर
वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केशव महतो कमलेश न सिर्फ जुझारू नेता हैं, बल्कि जुनूनी भी हैं. उनके साथ काम करने का मौका उन्हें मिला है. सीनियरिटी के हिसाब से उन्हें हमसे दो साल पहले ही प्रदेश अध्यक्ष बन जाना चाहिए था, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उन्हें अध्यक्ष अब बनाया है. उन्होंने केशव महतो कमलेश को पूरा समर्थन देने की बात कही.
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