मुजफ्फरपुर: गर्मियों के दिन आने वाले हैं, ऐसे में बाजारों में जामुन दिखने लगेगा. जामुन हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है, वहीं लोग भी इसे बड़े शौक से खाते हैं. बाजार में आमतौर पर काले जामुन मिलते हैं, लेकिन अब बिहार के लोग थाईलैंड के व्हाइट जामुन का स्वाद भी चख पाएंगे. मुजफ्फरपुर में व्हाइट थाई जामुन की खेती की जा रही है.
मुजफ्फरपुर में व्हाइट थाई जामुन की खेती: दरअसल, जिले के मुशहरी प्रखंड स्तिथ रोहुआ के किसान राम किशोर सिंह ने नया प्रयोग करते हुए सफेद जामुन का पेड़ लगाया है. इस नए रंग के फल का स्वाद अब बिहार के लोगों को भी चखने को मिलेगा. इससे पहले सफेद जामुन के पेड़ भारत के दक्षिण की ओर दिखाई देते थे.
अब बाजार में उतारने की है तैयारी: किसान रामकिशोर सिंह ने वर्ष 2019 में पौधा मंगवाया था. उन्होंने बताया कि थाईलैंड के सफेद जामुन के पौधे को कोलकाता में ऑर्डर देकर मंगवाया और उसे रोप दिया. तीन साल में पेड़ बढ़ गया, पिछले वर्ष फल आया था तो गांव के लोगों के बीच बांट दिया, लेकिन इस वर्ष वे इस पेड़ के फल को बाजार में उतारने की तैयारी में हैं.
"रोहुआ में नर्सरी है, जहां पेड़ लगाया है. कोलकाता से व्हाइट जामुन के पौधे को मंगवाया था. तीन साल में पेड़ फल देने लगते हैं. इस बार भी छोटे-छोटे हरे दाने दिखने लगे हैं, जैसे-जैसे बढ़ेंगे व्हाइट दिखने लगेंगे. अब इसे बाजारों में उतारेंगे, जिससे शहर के भी लोग इसका स्वाद चखेंगे. इस जामुन का स्वाद काले जामुन से मीठा होता है. सुगर, हार्ट जैसी बिमारियों में ये काफी फायदेमंद है."- रामकिशोर सिंह, किसान
किसानों को सिखा रहे जामुन की खेती: उन्होंने बताया कि सादे जामुन की खेती के लिए उनसे कई किसानों ने संपर्क किया है. उन्होंने लोगों को इसकी खेती के तरीकों की जानकारी भी दी है ताकि, वह भी इसका फायदा उठा सकें. वहीं लोगों को भी इससे फायदा मिल सके.
व्हाइट जामुन के फायदे: उन्होंने बताया कि आमतौर पर यह काले जामुन के मुकाबले महंगा बिकता है. व्हाइट जामुन कई गुणों से भरपूर है. गर्मियों के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड और ठंडा रखता है, हीटस्ट्रोक से बचाता है. इसके साथ ही मधुमेह, हार्ट, पाचन तंत्र के साथ कई गंभीर बिमारियों की परेशानी से भी बचाता है.
ये भी पढ़ें: पढ़े-लिखे को दे रहा टक्कर 7वीं पास किसान, फूल की खेती से कमा रहा सालाना 10 लाख