गौरेला पेण्ड्रा मरवाही: मरवाही वन मंडल में दो दिन पहले बदहवास अवस्था मे सड़क किनारे मिले सफेद भालू के शावक को देररात उसकी मां के पास सुरक्षित छोड़ दिया गया. जिसके बाद सफेद भालू का शावक अपनी मां के साथ जंगल के अंदर चला गया.
सफेद भालू बेहोशी की हालत में मिला: दिन पहले मरवाही वन मंडल के वन परिक्षेत्र मरवाही के महोरा गांव के पास मुख्यमार्ग से सटे जंगल में गांव के लोगों ने एक सफेद भालू के शावक को बदहवास हालत में देखा. गांव वालों ने इसके बारे में वन विभाग को बताया. सफेद भालू के शावक के मिलने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी और पशु डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची.
भालू को ठीक करने के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू: भालू के शावक का स्वास्थ्य जांच की गई. भालू काफी कमजोर लग रहा था. रात को ही बिलासपुर से आए कानन पेंडारी की रेस्क्यू टीम के साथ भालू के शावक को उसकी मां से मिलाने की कोशिश शुरू हुई.
जिस जगह पर भालू अचेत मिला था, उस जगह के पास शुक्रवार शाम से वन कर्मचारियों की टीम चार पहिया वाहन के अंदर बैठकर सफेद भालू की मां का इंतजार कर रही थी. काफी देर बाद वन विभाग की टीम को कामयाबी मिली. सफेद भालू की मां के एक और भालू वहां पहुंचा. भालुओं को देखरकर वन विभाग की टीम ने पिंजरे में रखे सफेद शावक को छोड़ा. जिसके बाद शावक वहां से भागकर अपनी मां के पास पहुंच गया.
अपनी मां से मिला भालू का बच्चा: मौके पर मौजूद वन कर्मचारियों की मानें तो उस दौरान शावक की मां काफी आक्रामक थी और काफी तेज तेज आवाज कर रही थी. जैसे ही उसे उसका शावक मिला वो अपने दोनों शावकों के साथ जंगल में निकल गई. जिसके बाद वन विभाग कानन की रेस्क्यू टीम के साथ रायपुर से पहुंचे डॉक्टरों की टीम ने राहत की सांस ली.