अंबाला: संविधान दिवस के अवसर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि खड़गे जी देश को पाषाण युग में ले जाना चाहते हैं. पाषाण युग में हार जीत के फैसले पत्थरों से हुए करते थे. खड़गे इस युग को पीछे ले जाने की बात कर रहे हैं. दरअसल, खड़गे ने कहा था कि हम ईवीएम नहीं चाहते, हम बैलेट पेपर पर मतदान चाहते हैं.
विपक्षी किसानों के बीच नहीं जाते : वहीं इन दिनों किसान एक बार फिर सक्रिय हो गए. किसानों ने एक बार फिर दिल्ली जाने की बात कही है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस बीच बयान दिया है कि वो किसानों के साथ है. इस पर विज ने कहा कि भूपिंदर सिंह हुड्डा सिर्फ भड़काने और गुमराह करने के अलावा कोई काम नहीं करते. एक दिन भी जाकर वो किसानों का हाल नहीं पूछते. पंजाब में तो इंडी गठबंधन की सरकार है ना, वहां के मुख्यमंत्री एक दिन भी किसानों के बीच नहीं गए, और ना ही हुड्डा गए हैं. इन्होंने किसानों को समझने की कोशिश नहीं की. जनता को भारी तकलीफ झेलनी पड़ रही है. ये लोग किसानों को धरनास्थल से उठा देते तो रास्ता खुल जाता.
डल्लेवाल की गिरफ्तारी पर ये बोले विज : किसान नेता डल्लेवाल को पंजाब पुलिस ने डिटेन किया है. इसके बाद सुरजीत सिंह हरदो भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इस पर विज ने कहा कि ये पंजाब पुलिस का मामला है. आगे क्या करते हैं देखते हैं.
केजरीवाल की पार्टी का अपना ही विधान है : विज ने केजरीवाल के उस बयान पर भी पलटवार किया है, जिसमें केजरीवाल ने कहा था कि भगवान को जब पता चला कि संविधान खतरे में हैं तो भगवान ने संविधान दिवस के दिन आम आदमी पार्टी को जन्म दिया. विज ने कहा कि केजरीवाल कि पार्टी न संविधान को मानती है, न कोर्ट को मानती है और न है ऑटोनॉमस बॉडी को मानती है. इनका तो अपना ही विधान है. इनको तो संविधान शब्द का उच्चारण भी नहीं करना चाहिए.
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