ETV Bharat / state

ये हुई न बात! बेटी के जन्म पर फूलों से घर सजाया, आरती उतारकर गृह प्रवेश कराया, थावे मां से मांगी थी मन्नत - Celebration on birth of daughter - CELEBRATION ON BIRTH OF DAUGHTER

Welcome Of Daughter In Gopalganj: समय बदल गया है और अब बेटियों के जन्म के समय लोग बहुओं को ताने नहीं देते बल्कि उन पर फूल बरसाते हैं. गोपालगंज के एक परिवार में भी ऐसा ही कुछ नजर आया. मंगल गीत और फूलों की बारिश कर लाडो का गृह प्रवेश करवाया गया. लोग इस परिवार की तारीफ कर रहे हैं. बेटी के जन्म का जश्न मनाने के लिए उन्हें बधाई दे रहे हैं.

गोपालगंज में बेटी के जन्म पर जश्न
गोपालगंज में बेटी के जन्म पर जश्न
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 5, 2024, 8:11 PM IST

गोपालगंज में बेटी के जन्म पर जश्न

गोपालगंज: हम आपको बिहार के गोपालगंज के एक ऐसे परिवार से रूबरू करा रहे हैं. जिसने बेटी के जन्म लेने पर ऐसा जश्न मनाया कि देखने वाले देखते रह गए. ऐसा परिवार जिसने वाकई में कन्या को गृहलक्ष्मी मान उसका भव्य गृह प्रवेश कराया. लोगों ने इस परिवार के लिए काफी वाहवाही की है. मां-बाप और परिजनों ने भव्य स्वागत कर बेटी को घर में प्रवेश कराया. बेटी के जन्म के बाद से ही पूरे परिवार में जश्न का माहौल है.

बेटी पैदा होने पर गांव में जश्न: दरअसल, मांझा प्रखंड के भोजपुरवा गांव निवासी अनिल सिंह के बेटे पवन सिंह और बहू नेहा सिंह को पहले संतान के रूप में बेटी हुई. जिन्होंने अपनी बेटी का भव्य तरीके से बच्ची का गृह प्रवेश कराया. बेटी के जन्म के लिए मां थावे वाली से मन्नत मांगी थी. जिसके बाद मां थावे वाली ने उनकी प्रार्थना सुन ली और एक बेटी को नेहा ने सदर अस्पताल में जन्म दिया. बेटी के जन्म होते ही बच्ची के पिता ने एक चमचमाती हुई कार को फूलों से सजाया और सदर अस्पताल पहुंचा और बेटी और पत्नी को फूलो से सजा हुआ कार पर बैठाया और अपने घर लेकर पहुंचा.

"बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती हैं. बेटियां भी परिवार का नाम रोशन करती हैं. मैं चाहती हूं कि बेटियों को समान शिक्षा और अवसर प्रदान करें. बेटा भाग्य से मिलता है, वहीं बेटी सौभाग्य से प्राप्त होती है. हम लोग बहुत ही सौभाग्यशाली है की पहला संतान बेटी हुई है.हम लोगो ने मां थावे वाली से मन्नत मांगी थी और हमारी मन्नत पूरी हुई."-नेहा सिंह, बच्ची की मां

फूलों की बारिश से हुआ स्वागत: दरवाजे से लेकर उसके कमरे तक फूलों को बिछाया गया था. जैसे ही फूलों से सजी कार दरवाजे पर पहुंची वैसे ही घर के अन्य महिलाएं सजी हुई थाली लेकर पहुंची और सबसे पहले बच्ची की मां को माला पहनाया इसके बाद टिका लगाकर बच्ची के मां-पिता और बच्ची पर फूलों की वर्षा की गई. जिसके बाद बच्ची के पैर से चावल से भरी कलश को गिरा कर लाल रंग से भरी थाली में पैर रखकर सफेद कपड़े पर पैर का निशान लगाया और घर में प्रवेश कराया.

ये भी पढ़ें

हिमाचल का एक गांव जहां बेटी पैदा होने पर मनाया जाता है उत्सव, दशकों से चली आ रही अनोखी परंपरा

Badaun News : विवाह योजना का लाभ लेने के लिए बच्ची पैदा होने के बाद दोबारा रचाई शादी

गोपालगंज में बेटी के जन्म पर जश्न

गोपालगंज: हम आपको बिहार के गोपालगंज के एक ऐसे परिवार से रूबरू करा रहे हैं. जिसने बेटी के जन्म लेने पर ऐसा जश्न मनाया कि देखने वाले देखते रह गए. ऐसा परिवार जिसने वाकई में कन्या को गृहलक्ष्मी मान उसका भव्य गृह प्रवेश कराया. लोगों ने इस परिवार के लिए काफी वाहवाही की है. मां-बाप और परिजनों ने भव्य स्वागत कर बेटी को घर में प्रवेश कराया. बेटी के जन्म के बाद से ही पूरे परिवार में जश्न का माहौल है.

बेटी पैदा होने पर गांव में जश्न: दरअसल, मांझा प्रखंड के भोजपुरवा गांव निवासी अनिल सिंह के बेटे पवन सिंह और बहू नेहा सिंह को पहले संतान के रूप में बेटी हुई. जिन्होंने अपनी बेटी का भव्य तरीके से बच्ची का गृह प्रवेश कराया. बेटी के जन्म के लिए मां थावे वाली से मन्नत मांगी थी. जिसके बाद मां थावे वाली ने उनकी प्रार्थना सुन ली और एक बेटी को नेहा ने सदर अस्पताल में जन्म दिया. बेटी के जन्म होते ही बच्ची के पिता ने एक चमचमाती हुई कार को फूलों से सजाया और सदर अस्पताल पहुंचा और बेटी और पत्नी को फूलो से सजा हुआ कार पर बैठाया और अपने घर लेकर पहुंचा.

"बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती हैं. बेटियां भी परिवार का नाम रोशन करती हैं. मैं चाहती हूं कि बेटियों को समान शिक्षा और अवसर प्रदान करें. बेटा भाग्य से मिलता है, वहीं बेटी सौभाग्य से प्राप्त होती है. हम लोग बहुत ही सौभाग्यशाली है की पहला संतान बेटी हुई है.हम लोगो ने मां थावे वाली से मन्नत मांगी थी और हमारी मन्नत पूरी हुई."-नेहा सिंह, बच्ची की मां

फूलों की बारिश से हुआ स्वागत: दरवाजे से लेकर उसके कमरे तक फूलों को बिछाया गया था. जैसे ही फूलों से सजी कार दरवाजे पर पहुंची वैसे ही घर के अन्य महिलाएं सजी हुई थाली लेकर पहुंची और सबसे पहले बच्ची की मां को माला पहनाया इसके बाद टिका लगाकर बच्ची के मां-पिता और बच्ची पर फूलों की वर्षा की गई. जिसके बाद बच्ची के पैर से चावल से भरी कलश को गिरा कर लाल रंग से भरी थाली में पैर रखकर सफेद कपड़े पर पैर का निशान लगाया और घर में प्रवेश कराया.

ये भी पढ़ें

हिमाचल का एक गांव जहां बेटी पैदा होने पर मनाया जाता है उत्सव, दशकों से चली आ रही अनोखी परंपरा

Badaun News : विवाह योजना का लाभ लेने के लिए बच्ची पैदा होने के बाद दोबारा रचाई शादी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.