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हमने कभी नहीं कहा कि मनीष सिसोदिया दोषी है, जानें केजरीवाल ने जज से ऐसा क्यों कहा - arvind kejriwal arrested

Arvind kejriwal arrested: सीएम केजरीवाल को बुधवार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया. इससे पहले कोर्ट में उन्होंने मनीष सिसोदिया और खुद को निर्दोष बताया, जबकि सीबीआई ने अभी गिरफ्तारी की वजह की वजह बताई. आइए जानते हैं इस दौरान क्या हुआ..

अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल (ETV Bharat)
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By PTI

Published : Jun 26, 2024, 5:15 PM IST

नई दिल्ली: सीबीआई ने शराब घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. अदालत के समक्ष अपनी दलील में केजरीवाल ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उनके पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी निर्दोष है.

न्यायाधीश से अनुमति मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने आप नेता को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया. तिहाड़ सेंट्रल जेल से अदालत में पेश किए जाने के बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी की मांग करते हुए इसने आवेदन दिया. आप नेता उत्पाद शुल्क घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है.

हमें बदनाम करने की है योजना: सीएम केजरीवाल ने कोर्ट से कहा, ''सीबीआई सूत्रों के हवाले से मीडिया में दिखाया जा रहा है कि मैंने एक बयान में सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया है. मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि सिसोदिया दोषी हैं या कोई और दोषी है. मैंने कहा है कि सिसोदिया निर्दोष हैं, 'आप' निर्दोष है, मैं निर्दोष हूं." उन्होंने आगे कहा, "उनकी पूरी योजना हमें मीडिया के सामने बदनाम करने की है. कृपया दर्ज करें कि ये सब मीडिया में सीबीआई सूत्रों के माध्यम से चलाया गया है. इसे स्पष्ट करने की जरूरत है. यह सभी अखबारों में शीर्ष शीर्षक होगा. उनका लक्ष्य मामले को सनसनीखेज बनाना है."

नहीं पहचाना सह आरोपी को: वहीं, सीबीआई के वकील ने कहा कि उन्होंने तथ्यों पर बहस की थी और एजेंसी के किसी भी सूत्र ने कुछ नहीं कहा था. इस पर जज ने कहा कि इस तरह से मीडिया को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है. केजरीवाल की हिरासत की मांग करने वाले आवेदन में सीबीआई ने अदालत से कहा था कि मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ की आवश्यकता है. इसमें यह भी कहा गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का सबूतों और मामले में अन्य आरोपियों से आमना-सामना कराने की जरूरत है. वह यह भी नहीं पहचान रहे कि (सह-आरोपी) विजय नायर उसके अधीन काम कर रहा था. उनका कहना है कि विजय नायर, आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज के अधीन काम कर रहे थे. वह सारा दोष मनीष सिसोदिया (मामले में आरोपी भी) पर डाल रहे हैं.

मामलों के मुखिया थे मुख्यमंत्री: एजेंसी ने दावा किया कि "साउथ लॉबी" ने दिल्ली का दौरा तब किया, जब कोविड-19 लहर अपने चरम पर था. एजेंसियों ने पहले दावा किया था कि एक तथाकथित "साउथ लॉबी" ने अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति को तैयार करने का निर्देश दिया था और मुख्यमंत्री इन सब में शामिल थे. सीबीआई ने अब खत्म हो चुकी दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति के संदर्भ में अदालत को बताया कि, एक रिपोर्ट तैयार कर अभिषेक बोइनपल्ली को दी गई, जिसे विजय नायर के जरिए मनीष सिसोदिया तक भेजा गया था. कोई बैठक नहीं बुलाई गई. उसी दिन हस्ताक्षर प्राप्त कर लिये गये और उसी दिन इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई. जब कोविड काल था, तो मामलों का मुखिया कौन था? मुख्यमंत्री.

इसलिए अभी किया गिरफ्तार: इसके बाद सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल पर "दुर्भावना के अनावश्यक आरोप" लगाने का भी आरोप लगाया. सीबीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने कहा कि "द्वेष के अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं. हम चुनाव से पहले ये कार्यवाही कर सकते थे. हम (सीबीआई) अपना काम कर रहे हैं और हर अदालत को संतुष्ट कर रहे हैं." इसके बाद अदालत ने पूछा कि अरविंद केजरीवाल को अब क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसपर सीबीआई ने कहा कि जब चुनाव चल रहे थे तो जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार करने से परहेज किया. वकील ने कहा कि कोर्ट चुनाव के लिए उनकी अंतरिम जमानत पर विचार कर रहा था. यह हमारे संयम को दर्शाता है कि जब वह चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब हमने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया.

यह भी पढ़ें- महिलाओं को नहीं मिल पाया एक हजार रुपए महीना, जानें केजरीवाल के जेल जाने से कौन-कौन से काम रुके

यह सत्ता के दुरुपयोग का मामला: वहीं, केजरीवाल का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने उनकी हिरासत की मांग करने वाली सीबीआई की याचिका का विरोध किया और रिमांड आवेदन को "पूरी तरह से अस्पष्ट" बताया. वकील ने कहा, ''यह सत्ता के दुरुपयोग का एक उत्कृष्ट मामला है.'' बचाव पक्ष ने न्यायाधीश से केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई की कार्यवाही से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया, जिसमें मंगलवार शाम को तिहाड़ जेल में उनसे पूछताछ से संबंधित अदालत का आदेश भी शामिल है.

यह न्याय का न बल्कि राजनीतिक मुद्दा: वहीं आप नेता जैसमीन शाह ने कहा कि बुधवार को सीबीआई कोर्ट में झूठ बोलते हुए पकड़ी गई कि केजरीवाल ने शराब घोटाले का आरोप मनीष सिसोदिया पर मढ़ दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात हैं और ईडी-सीबीआई आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए अरविंद केजवाल को जेल में डालने का षडयंत्र रच रही है. यह न्याय का नहीं बल्कि एक राजनीतिक मुद्दा है.

यह भी पढ़ें- CBI ने केजरीवाल को किया गिरफ्तार, कोर्ट रूम में बिगड़ी तबीयत, CM बोले- मैं और मनीष दोनों निर्दोष

नई दिल्ली: सीबीआई ने शराब घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. अदालत के समक्ष अपनी दलील में केजरीवाल ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उनके पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी निर्दोष है.

न्यायाधीश से अनुमति मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने आप नेता को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया. तिहाड़ सेंट्रल जेल से अदालत में पेश किए जाने के बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी की मांग करते हुए इसने आवेदन दिया. आप नेता उत्पाद शुल्क घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है.

हमें बदनाम करने की है योजना: सीएम केजरीवाल ने कोर्ट से कहा, ''सीबीआई सूत्रों के हवाले से मीडिया में दिखाया जा रहा है कि मैंने एक बयान में सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया है. मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि सिसोदिया दोषी हैं या कोई और दोषी है. मैंने कहा है कि सिसोदिया निर्दोष हैं, 'आप' निर्दोष है, मैं निर्दोष हूं." उन्होंने आगे कहा, "उनकी पूरी योजना हमें मीडिया के सामने बदनाम करने की है. कृपया दर्ज करें कि ये सब मीडिया में सीबीआई सूत्रों के माध्यम से चलाया गया है. इसे स्पष्ट करने की जरूरत है. यह सभी अखबारों में शीर्ष शीर्षक होगा. उनका लक्ष्य मामले को सनसनीखेज बनाना है."

नहीं पहचाना सह आरोपी को: वहीं, सीबीआई के वकील ने कहा कि उन्होंने तथ्यों पर बहस की थी और एजेंसी के किसी भी सूत्र ने कुछ नहीं कहा था. इस पर जज ने कहा कि इस तरह से मीडिया को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है. केजरीवाल की हिरासत की मांग करने वाले आवेदन में सीबीआई ने अदालत से कहा था कि मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ की आवश्यकता है. इसमें यह भी कहा गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का सबूतों और मामले में अन्य आरोपियों से आमना-सामना कराने की जरूरत है. वह यह भी नहीं पहचान रहे कि (सह-आरोपी) विजय नायर उसके अधीन काम कर रहा था. उनका कहना है कि विजय नायर, आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज के अधीन काम कर रहे थे. वह सारा दोष मनीष सिसोदिया (मामले में आरोपी भी) पर डाल रहे हैं.

मामलों के मुखिया थे मुख्यमंत्री: एजेंसी ने दावा किया कि "साउथ लॉबी" ने दिल्ली का दौरा तब किया, जब कोविड-19 लहर अपने चरम पर था. एजेंसियों ने पहले दावा किया था कि एक तथाकथित "साउथ लॉबी" ने अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति को तैयार करने का निर्देश दिया था और मुख्यमंत्री इन सब में शामिल थे. सीबीआई ने अब खत्म हो चुकी दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति के संदर्भ में अदालत को बताया कि, एक रिपोर्ट तैयार कर अभिषेक बोइनपल्ली को दी गई, जिसे विजय नायर के जरिए मनीष सिसोदिया तक भेजा गया था. कोई बैठक नहीं बुलाई गई. उसी दिन हस्ताक्षर प्राप्त कर लिये गये और उसी दिन इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई. जब कोविड काल था, तो मामलों का मुखिया कौन था? मुख्यमंत्री.

इसलिए अभी किया गिरफ्तार: इसके बाद सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल पर "दुर्भावना के अनावश्यक आरोप" लगाने का भी आरोप लगाया. सीबीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने कहा कि "द्वेष के अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं. हम चुनाव से पहले ये कार्यवाही कर सकते थे. हम (सीबीआई) अपना काम कर रहे हैं और हर अदालत को संतुष्ट कर रहे हैं." इसके बाद अदालत ने पूछा कि अरविंद केजरीवाल को अब क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसपर सीबीआई ने कहा कि जब चुनाव चल रहे थे तो जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार करने से परहेज किया. वकील ने कहा कि कोर्ट चुनाव के लिए उनकी अंतरिम जमानत पर विचार कर रहा था. यह हमारे संयम को दर्शाता है कि जब वह चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब हमने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया.

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यह सत्ता के दुरुपयोग का मामला: वहीं, केजरीवाल का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने उनकी हिरासत की मांग करने वाली सीबीआई की याचिका का विरोध किया और रिमांड आवेदन को "पूरी तरह से अस्पष्ट" बताया. वकील ने कहा, ''यह सत्ता के दुरुपयोग का एक उत्कृष्ट मामला है.'' बचाव पक्ष ने न्यायाधीश से केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई की कार्यवाही से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया, जिसमें मंगलवार शाम को तिहाड़ जेल में उनसे पूछताछ से संबंधित अदालत का आदेश भी शामिल है.

यह न्याय का न बल्कि राजनीतिक मुद्दा: वहीं आप नेता जैसमीन शाह ने कहा कि बुधवार को सीबीआई कोर्ट में झूठ बोलते हुए पकड़ी गई कि केजरीवाल ने शराब घोटाले का आरोप मनीष सिसोदिया पर मढ़ दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात हैं और ईडी-सीबीआई आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए अरविंद केजवाल को जेल में डालने का षडयंत्र रच रही है. यह न्याय का नहीं बल्कि एक राजनीतिक मुद्दा है.

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