सवाई माधोपुर : शहर में शुक्रवार शाम से ही मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. महज डेढ़ घंटे की बारिश में पूरा शहर पानी-पानी हो गया. जलभराव का आलम यह रहा कि त्रिनेत्र गणेश मंदिर क्षेत्र में आयोजित लक्खी मेले में श्रद्धालुओं नहीं पहुंच सके. साथ ही लक्खी मेले को लेकर की गई प्रशासन की व्यवस्थाओं पर भी बारिश ने पानी फेर दिया. वहीं, बारिश की वजह से मेले में शामिल होने के लिए आए श्रद्धालुओं को प्रशासन ने गणेश धाम पर ही रोक दिया. इतना ही नहीं बारिश के कारण रणथंभौर के नालों में तेज बहाव के साथ पानी आने से रणथंभौर दुर्ग को जाने वाले मार्ग पर भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
इस बीच सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को गणेश धाम पर ही रोक दिया और मंदिर से आने वाले श्रद्धालुओं को रणथंभौर दुर्ग पर रोका गया. साथ ही श्रद्धालुओं से अपील की गई कि जब तक पानी कम नहीं होता तब तक वो मंदिर दर्शन के लिए न जाएं. प्रशासन के लिए इस बारिश में मेले का सकुशल आयोजन अब सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. वहीं, श्रद्धालुओं की आवक भी लगातार जारी है, जो प्रशासन की परेशानियों को और बढ़ा रही है.
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प्रशासन बारिश के कम होने का इंतजार कर रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो. अगर रातभर बारिश इसी तरह होती रही तो प्रशासन के सामने मेला संपन्न कराना और श्रद्धालुओं को रणथंभौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने से रोकना भी बड़ी चुनौती होगी. दूसरी ओर जिले में हुई अत्यधिक बारिश के चलते सुरवाल बांध पहले से ही छलक रहा है. ऐसे में अब बांध का पानी लालसोट कोटा मेगा हाइवे पर पहुंच गया तो लालसोट कोटा मेगा हाइवे भी अवरुद्ध हो जाएगा. हाइवे पर पानी की अधिकता को देखते हुए प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है.