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Delhi: दिवाली पर भी होगी पानी की समस्या, 40 फीसदी इलाकों में वाटर सप्लाई रहेगी प्रभावित

-राजधानी में पिछले कई दिनों से जलापूर्ति प्रभावित. -गंग नहर में चल रहा सफाई कार्य. -यमुना में अमोनिया की अधिकता बड़ी चिंता.

दिवाली पर भी जलापूर्ति रहेगी प्रभावित
दिवाली पर भी जलापूर्ति रहेगी प्रभावित (ETV Bhatat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

नई दिल्ली: दिल्ली में इन दिनों लोगों को लगातार पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ दिवाली-छठ त्योहारों का सीजन उनकी इस दिक्कत को और बढ़ा रहा है. इस बीच खबर है कि दिवाली-भैया दूज जैसे बड़े त्योहार पर भी पानी की समस्या रहेगी, क्योंकि सफाई के कारण गंग नहर से जलापूर्ति बंद कर दी गई है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में अमोनिया की सामान्य से अधिक मात्रा होने के चलते भी विभिन्न जल शोधन संयंत्र पर भी प्रभाव पड़ रहा है. हालात ये है कि दिल्ली के करीब 40 फीसदी इलाकों में में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी.

दरअसल जल शोधक संयंत्रों को यमुना नदी में हुई अमोनिया की अधिकता के कारण जल को शुद्ध करने में दिक्कत आ रही है. जानकारी के अनुसार, यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 1 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से अधिक हो गया है, जबकि शोधन के लिए इसे 0.5 पीपीएम से भी कम होना चाहिए. फिलहाल अमोनिया का स्तर अधिक होने के चलते शोधन की प्रक्रिया धीमी हो गई है, जिसका सीधा असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है.

क्षमता से कम काम कर रहे संयंत्र: गत रविवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने कहा था कि ऊपरी गंग नहर में मेंटेनेंस के कारण 30 अक्टूबर तक भागीरथी और सोनिया विहार डब्ल्यूटीपी (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) में पानी का ट्रीटमेंट प्रभावित होगा. ये प्लांट्स अपनी क्षमता से 20 से 30 प्रतिशत कम क्षमता से काम कर रहे हैं. यह स्थिति हरियाणा से आ रहे औद्योगिक कचरे के कारण पैदा हो रही है. हरियाण सरकार की नफरत दिल्ली के लोगों के जीवन से सीधे खिलवाड़ कर रही है. दिल्ली सरकार जल्द ही हरियाणा सरकार से इस समस्या के समाधान के लिए बातचीत करेगी.

यह भी पढ़ें- 'सीवर का पानी घर के बाहर फेंकने आऊंगी...' किराड़ी में गंदगी देख स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दी चेतावनी

लोगों से की गई अपील: दिल्ली में पानी की आपूर्ति मुख्य रूप से यमुना नदी, गंग नहर एवं भूजल स्त्रोतों से होती है. गंग नहर में सफाई के चलते वहां से जलापूर्ति वर्तमान में बंद है. इसलिए जल बोर्ड की निर्भरता यमुना नदी के पानी पर बढ़ गई है. हालांकि अमोनिया की अधिकता जल शोधन की प्रक्रिया को धीमा कर रही है. जल बोर्ड के अधिकारियों ने लोगों के पानी के टैंकरों की व्यवस्था की है, लेकिन त्योहारों पर पानी की मांग अधिक होती है, जिससे लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं. इससे पहले 27 अक्टूबर से ही कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होने की बात सामने आई थी. जल बोर्ड की तरफ से पानी की सीमित इस्तेमाल करने की अपील की गई है.

यह भी पढ़ें- '2 घंटे पानी देते हो, वो भी बंद कर दिया', साकेत में लोगों का फूटा गुस्सा, पानी की सप्लाई न होने से परेशान

नई दिल्ली: दिल्ली में इन दिनों लोगों को लगातार पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ दिवाली-छठ त्योहारों का सीजन उनकी इस दिक्कत को और बढ़ा रहा है. इस बीच खबर है कि दिवाली-भैया दूज जैसे बड़े त्योहार पर भी पानी की समस्या रहेगी, क्योंकि सफाई के कारण गंग नहर से जलापूर्ति बंद कर दी गई है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में अमोनिया की सामान्य से अधिक मात्रा होने के चलते भी विभिन्न जल शोधन संयंत्र पर भी प्रभाव पड़ रहा है. हालात ये है कि दिल्ली के करीब 40 फीसदी इलाकों में में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी.

दरअसल जल शोधक संयंत्रों को यमुना नदी में हुई अमोनिया की अधिकता के कारण जल को शुद्ध करने में दिक्कत आ रही है. जानकारी के अनुसार, यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 1 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से अधिक हो गया है, जबकि शोधन के लिए इसे 0.5 पीपीएम से भी कम होना चाहिए. फिलहाल अमोनिया का स्तर अधिक होने के चलते शोधन की प्रक्रिया धीमी हो गई है, जिसका सीधा असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है.

क्षमता से कम काम कर रहे संयंत्र: गत रविवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने कहा था कि ऊपरी गंग नहर में मेंटेनेंस के कारण 30 अक्टूबर तक भागीरथी और सोनिया विहार डब्ल्यूटीपी (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) में पानी का ट्रीटमेंट प्रभावित होगा. ये प्लांट्स अपनी क्षमता से 20 से 30 प्रतिशत कम क्षमता से काम कर रहे हैं. यह स्थिति हरियाणा से आ रहे औद्योगिक कचरे के कारण पैदा हो रही है. हरियाण सरकार की नफरत दिल्ली के लोगों के जीवन से सीधे खिलवाड़ कर रही है. दिल्ली सरकार जल्द ही हरियाणा सरकार से इस समस्या के समाधान के लिए बातचीत करेगी.

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लोगों से की गई अपील: दिल्ली में पानी की आपूर्ति मुख्य रूप से यमुना नदी, गंग नहर एवं भूजल स्त्रोतों से होती है. गंग नहर में सफाई के चलते वहां से जलापूर्ति वर्तमान में बंद है. इसलिए जल बोर्ड की निर्भरता यमुना नदी के पानी पर बढ़ गई है. हालांकि अमोनिया की अधिकता जल शोधन की प्रक्रिया को धीमा कर रही है. जल बोर्ड के अधिकारियों ने लोगों के पानी के टैंकरों की व्यवस्था की है, लेकिन त्योहारों पर पानी की मांग अधिक होती है, जिससे लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं. इससे पहले 27 अक्टूबर से ही कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होने की बात सामने आई थी. जल बोर्ड की तरफ से पानी की सीमित इस्तेमाल करने की अपील की गई है.

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