मंडी: जिले में ब्यास नदी पर बने लारजी डैम से मिट्टी व गाद हटाने के लिए दो दिन डैम के गेट खोले जाएंगे. इससे ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना है. यह जानकारी एसडीएम मंडी सदर ओमकांत ठाकुर ने दी. ओमकांत ठाकुर ने बताया कि लारजी जल विद्युत परियोजना प्रबंधन द्वारा डैम में जमा सिल्ट को निकालने के लिए 30 जून सुबह 6 बजे से पहली जुलाई सुबह 6 बजे तक डैम के सभी गेट खोले जा रहे हैं.
ऐसे में ब्यास नदी में मंडी की ओर पानी अधिक मात्रा में आने की संभावना है. इस अवधि के दैरान उन्होंने लोगों व पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने और पशुओं को ना छोड़ने की हिदायत दी है. उन्होंने संबंधित क्षेत्र के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वह इस बारे अपने क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार करें ताकि ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने पर किसी तरह का जान व माल का नुकसान न हो.
एसडीएम ने बताया बरसात के मौसम में आपदा से निपटने के लिए विभाग ने सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. सभी विभागों को लोगों की सहायता के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं. बीते साल बरसात में मंडी में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था जिसको देखते हुए इस बार आपदा के दौरान लोगों से संपर्क साधने के लिए वायरलेस उपकरणों के साथ साथ सैटेलाइट फोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, आपदा प्रभावितों को फौरी राहत पहुंचाने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.
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