साहिबगंज : जिले में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. सोमवार को केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा चेतावनी रेखा 26.25 मीटर को पार कर गयी है. सोमवार को यह 26:43 मीटर रिकार्ड की गयी है. जबकि रविवार की सुबह छह बजे तक यह 26.19 मीटर बतायी गयी थी. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 24 सेमी की वृद्धि हुई है. फिलहाल हर तीन घंटे में एक सेमी पानी में वृद्धि हो रही है.
जलस्तर में वृद्धि के कारण नाले के रास्ते शहर में पानी प्रवेश करने लगा है. हालांकि अभी तक कोई परेशानी नहीं हुई है. लेकिन गंगा का रूप भयावह दिखने लगा है. नगर परिषद क्षेत्र के चानन गांव में कटाव जारी है. शहरी पेयजलापूर्ति योजना के पंप हाउस की दीवार गंगा में विलीन हो गयी है. कर्मी पंप हाउस की मशीन को निकालने का प्रयास कर रहे हैं. रामपुर दियारा गांव में गंगा का पानी घुस गया है. किसान अपने मवेशियों को लेकर सूखे स्थान पर पहुंचने लगे हैं.
दियारा में घास-फूस डूब जाने के कारण लोग शहर से सूखी लकड़ी लेकर ईंधन के लिए जा रहे हैं. वहीं बाढ़ जैसे हालात देखते हुए फेरी सेवा बंद कर दिया गया है. जिसके कारण लोग नाव से उफनती गंगा पार करने को मजबूर हैं. गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण दियारा में मक्का, सब्जी, बाजरा की फसल डूब गई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण की जिम्मेदारी प्रखंड के सीओ और बीडीओ को सौंपी है.
ग्रामीणों ने बताया कि अगर गंगा घाट डाक नहीं हुआ है तो जिला प्रशासन को स्वयं जहाज चलवाना चाहिए. प्रशासन की मिलीभगत से नाव समिति यात्रियों को मनिहारी गंगा घाट पर ले जा रही है. अवैध रूप से नाव चलाने वाले नाविकों पर कार्रवाई होनी चाहिए. यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है, नहीं तो किसी दिन बड़ी घटना हो सकती है. सीडब्ल्यूसी के साइट इंचार्ज छोटेलाल मालतो ने बताया कि गंगा चेतावनी रेखा को पार कर गई है. शहर के ओझा टोली गंगा घाट पर बने गेज से रिपोर्ट ली जा रही है.
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