पटना: पिछले कुछ दिनों से सोन नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण दक्षिण बिहार और पटना के गंगा घाट पर जलस्तर तेजी से बढ़ा है. गंगा, सोन और पुनपुन तीनों नदियों का जलस्तर लाल निशान की ओर बढ़ रहा है. पुनपुन पटना में श्रीपालपुर में 49.25 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि डेंजर लेवल 50.60 मीटर है.
खतरे के निशान के करीब पुनपुन का जलस्तर: पुनपुन नदी के जल स्तर में प्रत्येक घंटे 4 सेंटीमीटर की वृद्धि देखी जा रही है. जल स्तर में बढ़ोतरी श्रीपालपुर के पास रिकॉर्ड की गई है. वर्तमान में यह वार्निंग लेवल 49.60 मीटर तक पहुंच चुका है. राहत की बात अभी यह है कि अब भी यह खतरे के निशान 50.60 मीटर से नीचे है. लगातार जलस्तर में वृद्धि के कारण नदी के आसपास के रहने वाले गांव के लोगों को जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट पर रखा है. इसके अलावा सभी पदाधिकारी को और बाढ़ नियंत्रण के कर्मचारियों को मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है.
इन नदियों का भी जलस्तर बढ़ा: वहीं, अरवल में 63.72 मीटर पर जलस्तर पहुंच गया है. यहां डेंजर लेवल 65 मीटर है. सोन नदी का जलस्तर पटना के कोईलवर में 52.5 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि डेंजर लेवल 55.52 मीटर है. रोहतास में सोन नदी का जलस्तर 103.34 मीटर तक पहुंच गया है. गंगा नदी का पटना के मनेर में 50.33 मीटर जलस्तर पहुंच गया है. वहीं दीघा घाट में 49.54 मीटर पर पहुंच गया है. गांधी घाट में 48.35 मीटर तक पहुंच गया है, यहां डेंजर लेवल 48.60 मीटर है.
कोसी बलतारा में खतरे के निशान से ऊपर: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार उत्तर बिहार की नदियों में अभी अधिकांश नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. केवल खगड़िया में कोसी नदी बलतारा में 28 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है.
कई स्थानों पर 50 मिलीमीटर से अधिक बारिश: पिछले 24 घंटों में मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 50 मिलीमीटर से ऊपर कई स्थानों पर बारिश हुई है. हाजीपुर में 51.5 मिली मीटर, डुमरिया घाट में 80 मिलीमीटर, बीरपुर में 77 मिली मीटर , तैयबपुर में 114.6 मिली मीटर, चनपटिया में 198.6 मिली मीटर, सिकंदरपुर में 110.4 मिली मीटर और कुर्सेला में 7.4 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है.
दक्षिण बिहार में सोन नदी का असर: अभी नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में बहुत अधिक बारिश नहीं हो रही है, उसका असर उत्तर बिहार की नदियों पर साफ दिख रहा है. जुलाई के प्रथम सप्ताह में नेपाल में भारी बारिश हुई थी, जिस वजह से उत्तर बिहार के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी लेकिन उसके बाद मानसून सुस्त पड़ गया. पिछले एक सप्ताह से कई इलाकों में बारिश जरूर हुई है. उसके कारण जलस्तर भी बढ़ा है लेकिन अभी खतरे के निशान से नदियां नीचे हैं. हालांकि सोन नदी के मध्य जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश का असर दक्षिण बिहार के इलाकों में दिख रहा है. कई इलाकों में बाढ़ भी आ गई है. पटना में भी गंगा लाल निशान को छू रहा है.
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