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श्रीनगर में अलकनंदा की बाढ़ में डूबे घाट, धारी देवी मंदिर के करीब पहुंचा पानी, ऋषिकेश में गंगा ने पार की चेतावनी रेखा - Alaknanda near danger

Water level of Alaknanda river increased in Srinagar उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में लगातार हो रही बारिश से नदियों और नालों का जलस्तर बहुत बढ़ गया है. शुक्रवार सुबह जैसे ही श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के डैम से पानी छोड़ा गया तो श्रीनगर में अलकनंदा नदी का पानी खतरे के निशान के पास तक पहुंच गया. यहां का सारे घाट अलकनंदा में डूब चुके हैं. उधर अलकनंदा का जलस्तर धारी देवी मंदिर के बिल्कुल करीब तक पहुंच चुका है. उधर ऋषिकेश में गंगा नदी ने चेतावनी रेखा पार कर ली है.

Water level of Alaknanda river
श्रीनगर में खतरे के निशान के पास अलकनंदा (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 23, 2024, 12:42 PM IST

श्रीनगर में खतरे के निशान के पास बह रही अलकनंदा (Video- ETV Bharat)

श्रीनगर: गढ़वाल मंडल के चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. आज सुबह जैसे ही श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के डैम से पानी छोड़ा गया, वैसे ही श्रीनगर में चेतावनी लेवल पर अलकनन्दा नदी का जलस्तर पहुंच गया.

Water level of Alaknanda river
श्रीनगर में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर (Photo- ETV Bharat)

श्रीनगर में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर: वर्तमान में श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर 535.10 मीटर पर बह रहा है. अलकनन्दा नदी का चेतावनी लेवल 536 मीटर है. फिलहाल अलकनंदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 90 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. अगर आज दिन भर बारिश होती रही, तो अलकनंदा नदी के जलस्तर में और भी बढ़ाव देखने को मिल सकता है.

Water level of Alaknanda river
नदी में डूबे श्रीनगर के घाट (Photo- ETV Bharat)

धारी देवी मंदिर के पास पहुंची अलकनंदा: जैसे ही आज श्रीनगर जलविद्युत परियोजना ने बांध से पानी छोड़ा, उसके कारण देवप्रयाग में भी एकाएक नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो गयी. जो लोग पूजा करने संगम पर पहुचे थे, अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण वे बिना पूजा किये ही अपने घरों की तरफ लौट आये. देवप्रयाग में आज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर नीचे था. यहां नदी आज 461.74 मीटर पर बह रही थी. देवप्रयाग में नदी का डेंजर लेवल 463 मीटर है. श्रीनगर में तो अल्केश्वर घाट नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण पूरी तरह जलमग्न हो गया. उधर धारी देवी में भी अलकनंदा का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. यहां ऐसा लग रहा है जैसे अलकनंदा नदी धारी देवी के चरण छूने का प्रयास कर रही हो.

Water level of Alaknanda river
धारी देवी मंदिर पर अलकनंदा का जलस्तर (Photo- ETV Bharat)

सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विजय पाल कैंतुरा ने बताया कि चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बारिश होने के कारण आज श्रीनगर जलविद्युत परियोजना से 3000 से 4000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने से पहले सायरन बजाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नदी किनारे ना जाए.

ऋषिकेश में गंगा ने पार की चेतावनी रेखा: ऋषिकेश में भी गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है. यहां गंगा ने चेतावनी रेखा को पार कर लिया है. गंगा खतरे के निशान से सिर्फ 50 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. ऋषिकेश में आरती घाट जलमग्न हो गया है. पुलिस मुनादी करके लोगों को सावधान कर रही है. इसके साथ ही गंगा में आई बाढ़ के चलते तराई क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है.

मसूरी में मलबा आने से मार्ग बाधित: भारी बारिश से मसूरी धनोल्टी राष्ट्रीय राजमार्ग गुरु रामराय स्कूल के पास भारी भूस्खलन के बाद बंद हो गया. जिस कारण सड़क के दोनों और वाहनों का लंबा जाम लग गया. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मार्ग बंद होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंचे और करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद मार्ग पर यातायात सुचारू कराया. मसूरी में कई जगह मार्ग पर मलबा आने से यातायात बाधित रहा. राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता अमित कश्यप ने बताया कि भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग 707 ए में दो जगह भारी भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद यातायात के खोल दिया गया है.
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श्रीनगर में खतरे के निशान के पास बह रही अलकनंदा (Video- ETV Bharat)

श्रीनगर: गढ़वाल मंडल के चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. आज सुबह जैसे ही श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के डैम से पानी छोड़ा गया, वैसे ही श्रीनगर में चेतावनी लेवल पर अलकनन्दा नदी का जलस्तर पहुंच गया.

Water level of Alaknanda river
श्रीनगर में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर (Photo- ETV Bharat)

श्रीनगर में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर: वर्तमान में श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर 535.10 मीटर पर बह रहा है. अलकनन्दा नदी का चेतावनी लेवल 536 मीटर है. फिलहाल अलकनंदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 90 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. अगर आज दिन भर बारिश होती रही, तो अलकनंदा नदी के जलस्तर में और भी बढ़ाव देखने को मिल सकता है.

Water level of Alaknanda river
नदी में डूबे श्रीनगर के घाट (Photo- ETV Bharat)

धारी देवी मंदिर के पास पहुंची अलकनंदा: जैसे ही आज श्रीनगर जलविद्युत परियोजना ने बांध से पानी छोड़ा, उसके कारण देवप्रयाग में भी एकाएक नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो गयी. जो लोग पूजा करने संगम पर पहुचे थे, अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण वे बिना पूजा किये ही अपने घरों की तरफ लौट आये. देवप्रयाग में आज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर नीचे था. यहां नदी आज 461.74 मीटर पर बह रही थी. देवप्रयाग में नदी का डेंजर लेवल 463 मीटर है. श्रीनगर में तो अल्केश्वर घाट नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण पूरी तरह जलमग्न हो गया. उधर धारी देवी में भी अलकनंदा का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. यहां ऐसा लग रहा है जैसे अलकनंदा नदी धारी देवी के चरण छूने का प्रयास कर रही हो.

Water level of Alaknanda river
धारी देवी मंदिर पर अलकनंदा का जलस्तर (Photo- ETV Bharat)

सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विजय पाल कैंतुरा ने बताया कि चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बारिश होने के कारण आज श्रीनगर जलविद्युत परियोजना से 3000 से 4000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने से पहले सायरन बजाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नदी किनारे ना जाए.

ऋषिकेश में गंगा ने पार की चेतावनी रेखा: ऋषिकेश में भी गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है. यहां गंगा ने चेतावनी रेखा को पार कर लिया है. गंगा खतरे के निशान से सिर्फ 50 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. ऋषिकेश में आरती घाट जलमग्न हो गया है. पुलिस मुनादी करके लोगों को सावधान कर रही है. इसके साथ ही गंगा में आई बाढ़ के चलते तराई क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है.

मसूरी में मलबा आने से मार्ग बाधित: भारी बारिश से मसूरी धनोल्टी राष्ट्रीय राजमार्ग गुरु रामराय स्कूल के पास भारी भूस्खलन के बाद बंद हो गया. जिस कारण सड़क के दोनों और वाहनों का लंबा जाम लग गया. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मार्ग बंद होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंचे और करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद मार्ग पर यातायात सुचारू कराया. मसूरी में कई जगह मार्ग पर मलबा आने से यातायात बाधित रहा. राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता अमित कश्यप ने बताया कि भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग 707 ए में दो जगह भारी भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद यातायात के खोल दिया गया है.
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