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मॉनसून की पहली बारिश ने ही छुड़ाए सिस्टम के 'पसीने'! पानी-पानी हुआ पूरा शहर - monsoon rain In Haldwani

उत्तराखंड में अभी मॉनसून ने दस्तक ही दी है, लेकिन सिस्टम पूरा पानी-पानी हो गया है. हालात ये है कि हल्द्वानी शहर में पहली ही बारिश में नगर निगम और प्रशासन के दावों को पोल खुल गई है.

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पानी-पानी हुआ पूरा शहर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 28, 2024, 10:09 PM IST

हल्द्वानी: मॉनसून की पहली बारिश में ही नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी और आसपास का क्षेत्र पानी-पानी हो गया. इस सीजन की पहली बारिश ने ही हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी. हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गौजाजाली से लेकर गोरापड़ाव तक पानी की निकासी नहीं होने के चलते लोगों के घरों में और खेतों में गंदा पानी घुस गया.

लोगों के घरों में पानी और मलबा घुसा तो प्रशासन के भी हाथ-पैर फूले. इसके बाद उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पानी की निकासी खुलवाई, तब कही जाकर लोगों को थोड़ी राहत मिली. वहीं भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बारिश के दौरान सभी नालों और कलवर्ट को लगातार साफ रखने को कहा गया है, जिससे जल भराव की समस्या पैदा ना हो. ऐसे कच्चे और सूखे पेड़ जो आंधी तूफान के दौरान गिर सकते हैं, उनको जल्द से जल्द हटाने के निर्देश, गिरासु भवनों, जर्जर स्कूल भवनों का चिन्हिकरण करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे भारी बारिश के दौरान किसी भी तरह की जनहानि ना हो.

इसके अलावा आपदा से संबंधित उपकरणों को 24 घंटे तैयार रखनें और आपदा के दौरान बंद सड़कों को तुरंत खोलने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि रपटों और सड़क पर बहने वाले बरसाती नालों के नजदीक पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की जाए, ताकि किसी भी प्रकार का हादसा होने से रोका जा सके.

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हल्द्वानी: मॉनसून की पहली बारिश में ही नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी और आसपास का क्षेत्र पानी-पानी हो गया. इस सीजन की पहली बारिश ने ही हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी. हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गौजाजाली से लेकर गोरापड़ाव तक पानी की निकासी नहीं होने के चलते लोगों के घरों में और खेतों में गंदा पानी घुस गया.

लोगों के घरों में पानी और मलबा घुसा तो प्रशासन के भी हाथ-पैर फूले. इसके बाद उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पानी की निकासी खुलवाई, तब कही जाकर लोगों को थोड़ी राहत मिली. वहीं भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बारिश के दौरान सभी नालों और कलवर्ट को लगातार साफ रखने को कहा गया है, जिससे जल भराव की समस्या पैदा ना हो. ऐसे कच्चे और सूखे पेड़ जो आंधी तूफान के दौरान गिर सकते हैं, उनको जल्द से जल्द हटाने के निर्देश, गिरासु भवनों, जर्जर स्कूल भवनों का चिन्हिकरण करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे भारी बारिश के दौरान किसी भी तरह की जनहानि ना हो.

इसके अलावा आपदा से संबंधित उपकरणों को 24 घंटे तैयार रखनें और आपदा के दौरान बंद सड़कों को तुरंत खोलने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि रपटों और सड़क पर बहने वाले बरसाती नालों के नजदीक पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की जाए, ताकि किसी भी प्रकार का हादसा होने से रोका जा सके.

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