रायपुर: छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में 72.8 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव अधिकारियों के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव से इस बार वोटिंग परसेंटेज में 1.31 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
छत्तीसगढ़ वोटिंग परसेंटेज: छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी आंकड़ों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 11 लोकसभा सीटों पर कुल मतदान 72.8 प्रतिशत है. 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान 71.49 प्रतिशत था.
11 लोकसभा सीटों पर 3 चरण में चुनाव: छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुआ. 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान हुआ. 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट पर 68.29 प्रतिशत मतदान हुआ.
26 अप्रैल को राजनांदगांव, कांकेर और महासमुंद सीट पर मतदान हुआ. राजनांदगांव सीट पर 77.42 प्रतिशत, कांकेर में 76.23 प्रतिशत और महासमुंद सीट पर 75.02 प्रतिशत मतदान हुआ.
तीसरे चरण में सरगुजा (एसटी-आरक्षित) सीट पर 79.89 प्रतिशत, रायगढ़ (एसटी-आरक्षित) 78.85 प्रतिशत, कोरबा 75.63 प्रतिशत, दुर्ग 73.68 प्रतिशत, जांजगीर-चांपा (एससी-आरक्षित) सीट पर 67.56 प्रतिशत, रायपुर 66.82 प्रतिशत और बिलासपुर 64.77 प्रतिशत मतदान हुआ.
लोकसभा चुनाव में 220 उम्मीदवार: छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 220 उम्मीदवारों ने लोकसभा चुनाव लड़ा. रायपुर में सबसे ज्यादा 38 उम्मीदवार थे. इसके बाद बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, महासमुंद में 17, राजनांदगांव में 15, रायगढ़ में 13, बस्तर में 11, सरगुजा में 10 और कांकेर में 9 उम्मीदवार थे.
इनके बीच हुआ मुकाबला: हाई-प्रोफाइल रायपुर सीट पर मुकाबला बीजेपी के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के बीच था. एक अन्य प्रमुख सीट राजनांदगांव में भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडे का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हुआ. कोरबा सीट पर भाजपा ने पूर्व सांसद सरोज पांडे को कांग्रेस की मौजूदा सांसद और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा.दुर्ग में, कांग्रेस ने मौजूदा भाजपा सांसद विजय बघेल के खिलाफ नया चेहरा राजेंद्र साहू को चुना.
बस्तर में कांग्रेस के फायरब्रांड नेता कवासी लखमा का मुकाबला भाजपा के नये चेहरे महेश कश्यप से हुआ. महासमुंद और कांकेर सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसदों को हटा दिया और महासमुंद सीट पर पूर्व विधायक रूपकुमारी चौधरी और कांकेर सीट पर भोजराज नाग को मैदान में उतारा. कांग्रेस ने महासमुंद में राज्य के पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और कांकेर में बीरेश ठाकुर को मैदान में उतारा. 2004 से 2014 तक तीन आम चुनावों में भाजपा ने 11 में से 10 सीटें जीतीं. 2019 के चुनावों में, भाजपा को नौ सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को दो सीटें मिलीं. इस बार देखना होगा कि लोकसभा सीट पर कौन बाजी मारता है. मतगणना 4 जून को होगी.