नई दिल्ली: दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है. 6 मई तक सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भरना था, नामांकन के आखिरी दिन यानि 6 मई को दक्षिणी दिल्ली से निर्दलीय प्रत्याशी बैल गाड़ी से नामांकन करने पहुंचे. बैलगाड़ी पर नामांकन भरने आया प्रत्याशी चर्चा का केंद्र बन गया.
जहां तमाम पार्टियों के उम्मीदवार गाजे बाजे ढोल नगाड़ों और समर्थकों के साथ नामांकन भरने आते हैं वहीं दक्षिणी दिल्ली से निर्दलीय कैंडिडेट वीरेंद्र सिंह बैल के ऊपर बैठकर सादगी से अपना नामांकन भरने आए. वीरेंद्र सिंह किसी पार्टी से संबंध नहीं रखते. ना वो कोई नामी चेहरा है. दिल्ली यूनिवर्सिटी में सचिव के पद पर रह चुके हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी से MSC पास आउट हैं.
दक्षिणी दिल्ली लोकसभा से एक निर्दलीय प्रत्याशी ने ताम झाम को छोड़ बेहद सादगी के साथ सैकड़ों समर्थकों के साथ बैल गाड़ी से साकेत के निर्वाचन कार्यलय नामांकन भरने पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए इस प्रत्याशी ने अपना नाम वीरेंद्र सिंह बताया. दिल्ली यूनिवर्सिटी के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से Msc किया हुआ है और मोतीलाल नेहरू कॉलेज मे सचिव के पद पर रह चुके है.
नामांकन भरने के लिए बैल गाड़ी से आने के पीछे उन्होंने वजह बताई कि आज भले हीं मंहगी गाड़ियों से बड़ी-बड़ी पार्टियों के प्रत्याशी नामांकन भरने एवं चुनाव प्रचार कर रहे हैं, लेकिन हम गांव से जुड़े हुए हैं और हमारी पहचान बैल गाड़ी ही है, इसलिए हम आज अपनी पहचान के साथ नामांकन भरने के लिए आये हैं. उन्होंने चुनाव मे अपने मुद्दे भी गिनवाये. उन्होंने कहा बेरोजगारी, सुरक्षा और भ्र्ष्टाचार ये हमारे मुद्दे हैं जिनको लेकर वो चुनाव मैदान मे उतरे हैं.
ये भी पढ़ें- केजरीवाल की झाड़ू छोड़, हाथी पर सवार हुए राजकुमार आनंद, नई दिल्ली से लड़ेंगे चुनाव, इनकी संपत्ति जान उड़ जायेंगे होश
ये भी पढे़ं- दिव्यांगजनों के लिए खुशखबरी, किराये में छूट के साथ ट्रेनों में मिलेगा कोटा, बस जान लें ये शर्त