पटना: शिक्षा में सुधार के लिए सरकार भले ही लाख दावे करती हो, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. ऐसा ही एक मामला मसौढ़ी से सामने आया है, जहां नगर मुख्यालय के कैलाश नगर प्राथमिक विद्यालय में ना तो समय पर स्कूल खुलता है और ना ही समय पर शिक्षक ही पधारते हैं.
केके पाठक के आदेश की धज्जियां: मसौढ़ी नगर मुख्यालय के कैलाश नगर प्राथमिक विद्यालय के खुलने का समय सुबह 9:00 बजे है. बच्चे तय समय पर स्कूल आ जाते हैं, लेकिन गेट का ताला बंद रहने के कारण घंटों बाहर खड़े होकर इंतजार करते रहते हैं. स्टूडेंट्स ने बताया कि हमेशा दस या साढ़े दस बजे तक स्कूल का दरवाजा खुलता है.
देर से खोला जाता है स्कूल का ताला: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेशों का इस प्राथमिक विद्यालय में पालन नहीं किया जा रहा है. स्कूल के बच्चों ने कहा कि रोजाना 10:30 के आसपास शिक्षक आते हैं और स्कूल खोलते हैं. हम लोग रोज स्कूल पढ़ने आते हैं और ऐसे ही स्कूल के पास खड़े रहते हैं.
"कभी भी समय पर स्कूल नहीं खोला जाता है. शिक्षक और प्रिंसिपल सभी लेट आते हैं."- छात्र
"कभी विद्यालय दस बजे तो कभी साढ़े दस बजे खोला जाता है. एक-डेढ़ घंटे हम स्कूल के दरवाजे के पास खड़े रहते हैं. जब मैडम आती हैं तो दरवाजा खोलती हैं."- छात्रा
'होगी कार्रवाई'- BEO: वहीं इस पूरे मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि सरकार ने स्कूल 9:00 बजे खोलने का समय निर्धारित किया है. ऐसे में अगर कहीं से शिकायत आती है तो हम उस पर कार्रवाई करेंगे.
"सुबह स्कूल 9:00 बजे खोलना है और शाम 5:00 बजे बंद करना है. अगर कहीं से भी शिकायत आती है तो उस विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. पठान-पाठन में कोताही बरतने वाले शिक्षकों पर बख्शा नहीं जाएगा."- राजेंद्र ठाकुर
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मसौढ़ी
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