गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के कुसमरजा पंचायत के ग्रामीणों को सरकार की अति महत्वाकांक्षी हर घर जल-नल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इससे ग्रामीणों में नाराजगी है. इसके खिलाफ ग्रामीणों के द्वारा शुक्रवार को बगोदर प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया गया. इसके माध्यम से ग्रामीणों को योजना का लाभ दिए जाने की मांग की गई.
कुसमरजा पंचायत में योजना फेल है
धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व मुखिया चिंतामणी महतो उर्फ झरी महतो कर रहे थे. उन्होंने बताया कि हर घर जल-नल योजना कुसमरजा पंचायत में पूरी तरह से फेल है और योजना के नाम पर आधा-अधूरा कार्य कर विभाग से मिलकर संवेदक के द्वारा रुपए की निकासी कर ली गई है. ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो रहा है, इससे न विभाग को और ना ही संवेदक को कोई मतलब है.
पानी के लिये पानी-पानी होना पड़ रहा है
चिंतमणी महतो ने कहा कि इस ठंड के मौसम में भी पानी के लिए ग्रामीणों को पानी-पानी होना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि गांव के एक तालाब के पानी से ग्रामीणों के द्वारा कपड़े धोने से लेकर नहाने का कार्य किया जाता था, परंतु तालाब का जीर्णोद्धार कार्य होने के कारण मेढ़ को काटकर पानी को बहा दिया गया है. इससे ग्रामीणों की समस्या और भी बढ़ गई है.
अनियमितताओं को दूर करना जरूरी
चिंतामणी महतो ने बताया कि इस योजना में बरती गई अनियमितता का मामला पंचायत समिति की बैठक में भी दो बार उठाया गया. छः महीने पूर्व तत्कालीन बीडीओ को भी मामले से अवगत कर इसमें बरती गई अनियमितता को दूर करते हुए ग्रामीणों को योजना का लाभ दिए जाने की मांग की गई. मगर अब तक इस दिशा में किसी तरह की कोई पहल नहीं की गई है.
70% रुपए की निकासी की गयी मगर काम 5% भी नहीं
चिंतामणी महतो ने बताया कि आज सांकेतिक धरना दिया गया है. अगर इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीणों के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा. मुखिया ने यह भी बताया कि इस योजना के नाम पर 70 प्रतिशत रुपए की निकासी भी हो गई है, मगर कार्य 5 प्रतिशत भी पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की भी मांग की है.
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