कुशीनगर: जिले में एक दलित व्यक्ति को सार्वजनिक शौचालय में जाने पर तालिबानी सजा दी गयी. आरोप है कि ग्राम प्रधान और उनके सहयोगियों ने पहले घण्टों तक शौचालय के अंदर बंद रखकर मारपीट की. इसके बाद पिता को बुलाकर दोनों से पूरा शौचालय साफ कराया. इतना ही नहीं दबंगों ने युवक को उसके पिता के सामने पिटाई की, जिससे आंख में गंभीर चोट आ गई. इसके बाद शौच करने का जुर्माना 5 हजार रुपये वसूल कर छोड़ा. इसके बाद ग्रामीण और पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. मानवता को शर्मसार करने वाला यह मामला चौरा खास थानाक्षेत्र के कोटवा करजही गांव का है.
#kushinagar थाना चौराखास क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 12.07.2024 को एक युवक द्वारा नशे की हालत में सार्वजनिक शौचालय को क्षतिग्रस्त करने की घटना के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर अभिनव त्यागी की बाईट- #uppolice pic.twitter.com/S6bUCYlXXY
— Kushinagar Police (@kushinagarpol) July 19, 2024
चार घंटे तक शौचालय में रखा बंद
चौरा खास थानाक्षेत्र के कोटवा करजही गांव के सरकारी सार्वजनिक शौचालय में शौच प्रेम प्रसाद शौच करने चला गया था, जिसके बाद उसे तालीबानी सजा दी गई है. प्रेम प्रसाद ने बताया कि वह अक्सर घर में बने शौचालय या कभी कभार बाहर खुले में शौच करने जाता था. लेकिन 12 जुलाई सुबह 7 बजे के करीब जब काम के सिलसिले से गांव से बाहर निकल रहा था तभी उसका पेट खराब हो गया. इस पर वह गांव के बाहर बने सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करने चला गया. जैसे वह शौचालय में शौच के लिए बैठा तो दरवाजा उसपर गिर गया. इसके बाद वह शौचालय का दरवाजा उठा कर बाहर आ गया. तभी गांव के किसी व्यक्ति ने ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा को फ़ोन पर जानकारी दे दी. प्रेम प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे और उसको शौचालय के अंदर कर बाहर से ताला बंद कर दिए. शौचालय में 4 घण्टे तंक बन्द रखा गया.
पिता के सामने भी पीड़ित को पीटा
प्रेम प्रसाद के शौचालय में बंद करने का वीडियो भी सामने आया है. प्रेम प्रसाद के पिता भगन प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान ने इसके बाद उसे मौके पर बुलाकर पहले बेज्जत किया. फिर टूटे हुए दरवाजे का जुर्माना 15 हज़ार रुपये मांगा. उसने इतनी बड़ी रकम देने इनकार कर दिए. इसके बाद 5 हज़ार रुपये पर आकर बात बनी. भगन ने बताया कि 5 हज़ार रुपये कर्ज लेकर ग्राम प्रधान को दे दिया, ताकि इस मुसीबत से मुक्ति मिले. लेकिन ग्राम प्रधान ने उसके बेटे को उसके सामने ही बुरी तरह खूब पीटा. जिसकी वजह से प्रेम प्रसाद की एक आंख में गंभीर चोटे आई है.
पिता-पुत्र से साफ करवाया शौचालय
भगन आरोप है कि ग्राम प्रधान ने सरकारी सार्वजनिक शौचालय की सफाई भी मुझसे और मेरे बेटे से करवाया गया. जिससे पिता-पुत्र दोनों अपमानित महसूस कर रहे हैं. इससे मामले में थाने में शिकायत भी की लेकिन ग्राम प्रधान के दबंग रसूख के आगे उसकी आवाज दब गई. आरोप है कि पीड़ित पर पुलिस व ग्राम प्रधान ने सादे पेज पर अंगूठा लेकर समझौता करवा लिया. पीड़ित ने कुशीनगर एसपी को भी शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है.
ग्राम प्रधान ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है. ग्राम प्रधान ने कहा कि प्रेम प्रसाद ने शौचालय का दरवाजा तोड़ा था. मारपीट की बात गलत है. इसके अलावा कोई जुर्माना भी नहीं लगा है. ग्राम प्रधान ने कहा कि वह मौके पर नहीं थे, सूचना पर पहुंचे हैं. पुलिस को सूचना दी गई थी. वहीं, गांव के लोग भी ग्राम प्रधान पर बर्बरता करने और जुर्माना वसूलने का आरोप लगा रहे हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक अभिनव त्यागी बताया कि थाना चौराखास क्षेत्रान्तर्गत 12 जुलाई को एक युवक द्वारा नशे की हालत में सार्वजनिक शौचालय को क्षतिग्रस्त कर दिया था. जिसपर ग्राम प्रधान द्वारा आपत्ति की गई. आपत्ति के बाद ग्रामीण और प्रधान के बीच विवाद हो गया. युवक और ग्रामीण द्वारा ग्राम प्रधान पर लगाए जा रहे आरोप प्रथम दृष्टया असत्य हैं. इस मामले में प्रार्थना पत्र के लेकर जांच की जा रही है.