बागपत : जिले के भारसी गांव का एक नौजवान (26) हरिद्वार से कांवड़ उठाकर निकल चुका है. नाम है विजय हिंदुस्तानी. नौजवान ने भगत सिंह का चित्र सीने पर गुदवा रखा है. शरीर पर लोहे की मोटी बेड़ियां डाल रखी हैं. शरीर पर 51 तिरंगे पिन से लगा रखे हैं. विजय हिंदुस्तानी की मांग है कि भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को शहीद का दर्जा मिले.
विजय हिंदुस्तानी मूलरूप से भारसी गांव के रहने वाले हैं. जिस उम्र में आज का युवा व्हाट्सएप, फेसबुक और सोशल मीडिया की दुनिया मे खोया हुआ है, उस उम्र मे विजय हिंदुस्तानी ने भगत सिंह की फोटो अपने सीने पर गुदवा रखी है. भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को अधिकारिक रूप से शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर हरिद्वार से गंगाजल लेकर निकल पड़ा है. इससे पहले विजय हिंदुस्तानी ने पुलवामा शहीदों के नाम अपनी पीठ पर गुदवा लिए थे. विजय हिंदुस्तानी जहां जहां शहर से गुजर रहा है, लोग उसका गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं. बुधवार को बागपत के सीमावर्ती गांव भडल पहुंचे विजय हिंदुस्तानी ने कहा कि भगत सिंह दुनिया के सबसे बड़े हीरो हैं. उन्होंने मांग है कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को शहीद का दर्जा मिले. उन्होंने कहा कि अगर तीनों को शहीद का दर्जा मिल जाता है तो अगली बार कांवड़ लेकर आएंगे. उन्होंने कहा कि इन महान क्रांतिकारियों को उनका सम्मान दिलाने की मांग को लेकर 51 तिरंगे झंडे अपने शरीर पर पिन किये हैं और महान क्रांतिकारियों की तरह खुद को बेड़ियों मे जकड़कर हरिद्वार से पुरामहादेव मंदिर तक की कांवड यात्रा कर रहा हूं. विजय हिंदुस्तानी अग्निवीर योजना को भी वापस लेने की मांग सरकार से कर रहे हैं.
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