भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत की सदस्यता समाप्त करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के दिए गए आवेदन को निरस्त कर दिया गया है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दल बदल कानून के तहत रावत की विधानसभा सदस्यता खत्म करने का आवेदन दिया था. उधर विधानसभा ने विजयपुर सीट खाली होने की जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी है. जल्द इस सीट पर चुनाव की तारीख का ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस इस सीट से रामनिवास रावत के धुर विरोधी को चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है.
लोकसभा के समय इस्तीफा, अब मंत्री
कांग्रेस के सीनियर विधायक रहे और 6 बार के विधायक रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को आवेदन देकर दलबदल कानून के तहत सदस्यता खत्म करने की मांग की थी. साथ ही कांग्रेस ने उन्हें सदन में अपने साथ न बैठाने का निर्णया लिया था. हालांकि विधानसभा सत्र के दौरान राम निवास रावत कार्यवाही में शामिल नहीं हुए थे. आवेदन निरस्त करने का कारण बताया गया है कि कांग्रेस के आवेदन देने के पहले ही रामनिवास रावत विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके थे, जिसे 8 जुलाई को स्वीकार किया जा चुका है. इसलिए उनकी सदस्यता समाप्त करने का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता.
जल्द होगा विजयपुर सीट पर चुनाव
उधर रामनिवास रावत के इस्तीफा देने के बाद विजयपुर विधानसभा सीट अब खाली हो गई है. विधानसभा सचिवालय ने इसकी सूचना जारी कर दी है. साथ ही इसकी जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को भी दे दी है. जल्द ही विजयपुर सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा. इस सीट से बीजेपी की तरफ से मंत्री बने राम निवास रावत का उपचुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. उधर कांग्रेस ने इस सीट पर चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है. कांग्रेस ने इस सीट के लिए पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह को प्रभारी बनाया है.
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विजयपुर में किसके बीच होगा मुकाबला
विजयपुर उपचुनाव में बीजेपी के तय माने जा रहे उम्मीदवार रामनिवास रावत के मुकाबले कांग्रेस मजबूत उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. इसके लिए कांग्रेस ने उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी है. कांग्रेस इस सीट से आदिवासी उम्मीदवार को उतार सकती है. इस सीट पर आदिवासी वोट बैंक निर्णायक स्थिति में हैं. कांग्रेस इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके सुरेश मल्होत्रा को चुनाव में उतार सकती है. उन्होंने निर्दलीय रहते करीबन 44 हजार वोट काटे थे. उधर कांग्रेस बीजेपी के असंतुष्ट को भी साधने में जुटी है.