मंडी: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू लाख भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का दावा कर लें, लेकिन भ्रष्ट अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आते. किसी भी विभाग में फाइल बढ़ाना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या फिर कोई भी काम करवाना हो बिना भ्रष्ट अधिकारियों को चढ़ावा दिए कुछ नहीं होता. ऐसा ही मामला मंडी जिले के थुनाग तहसील क्षेत्र से सामने आया है. जहां गुड़ाह कांढीधार पटरवारखाने में तैनात पटवारी राजेश कुमार को विजिलेंस की टीम ने 3 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है.
बता दें कि राजेश कुमार के पास गुड़ाह कांढीधार पटवारखाने का एडिशनल चार्ज था. आरोप है कि पटवारी राजेश कुमार ने बरसोआ गांव के भाग चंद से राजस्व काम के बदले 10 हजार की रिश्वत मांगी थी. राजेश कुमार काम करवाने के एवज में पहले ही 5 हजार ले चुका था. जबकि 3 हजार की दूसरी किश्त लेते वक्त उसे विजिलेंस की टीम ने धर दबोचा. आरोपी पटवारी के खिलाफ विजिलेंस पुलिस थाना मंडी में मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले की जांच इंस्पेक्टर विनोद ठाकुर को सौंपी गई है.
जानकारी के अनुसार थुनाग तहसील के तहत आने वाले बरसोआ गांव के भाग चंद को होम लोन की जरूरत थी. उसके लिए उसे बैंक के पास अपनी जमीन को मॉर्गेज करवाना था. मॉर्गेज की यह प्रक्रिया पटवारी द्वारा पूरी की जानी थी, लेकिन पटवारी साहब अड़ गए कि जब तक फाइल वजनदार नहीं होगी. तब तक काम नहीं होगा. भाग चंद और पटवारी के बीच इस काम को लेकर 10 हजार की डील हो गई.
भाग चंद ने 5 हजार की पहली किस्त दे भी दी. दूसरी किस्त देने से पहले भाग चंद के दिमाग में विजिलेंस का ध्यान आया और उसने इसकी शिकायत उसने विजिलेंस को कर दी. इंस्पेक्टर विनोद ठाकुर और उनकी टीम ने जाल बिछाकर पटवारी को रंगे हाथ धर दबोचा. एसपी विजिलेंस कुलभूषण वर्मा ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा मामले में आरोपी पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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