इटावा : बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ सहायक शिवकुमार पर 40 हजार रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की गई. विजिलेंस टीम ने उन्हें पकड़ लिया. टीम उन्हें लेकर शहर के थानों को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र के थाना बकेवर पहुंची. थाना बकेवर में विभागीय कार्रवाई करने के बाद विजलेंस टीम शिवकुमार को अपने साथ कानपुर ले गई. वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार आरोपी बाबू को साजिश के तहत फंसाया गया है.
जसवंतनगर के बनकटी में श्री गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से फर्जी मार्कशीट के मामले में शिक्षक विनय कुमार त्रिपाठी टर्मिनेट चल रहे हैं. उनके खिलाफ जांच चल रही है. बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ सहायक शिवकुमार यह जांच कर रहे हैं. शुक्रवार को विनय की शिकायत पर विजिलेंस की इंस्पेक्टर सीमा सिंह अपनी 12 सदस्यीय टीम के साथ कानपुर से इटावा पहुंचीं. टीम के अनुसार वरिष्ठ सहायक को 40 हजार रुपये की रिश्वत दी जा रही थी. इस पर उन्हें पकड़ लिया गया.
वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने कार्यालय के अंदर का सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए शिवकुमार को निर्दोष बताया. वह मामले को लेकर डीएम से मिलने भी पहुंचे हैं. श्री गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनकटी ब्लॉक जसवंतनगर की पूर्व प्रबंधक प्रेम कुमारी ने विनय त्रिपाठी की सेवा समाप्त की थी. फर्जी मार्कशीट के कारण 13 जनवरी 2020 में विनय को टर्मिनेट कर दिया था. 420 का मुकदमा भी दर्ज कराया था.
बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि विनय कुमार त्रिपाठी की फर्जी मार्कशीट का मामले की शिकायत थी. उसके खिलाफ वरिष्ठ सहायक शिवकुमार जांच कर रहे थे. इसके चलते यह साजिश रची गई. हालांकि सीसीटीवी में बाबू को रिश्वत देने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन उन्होंने रुपये फेंक दिए, यह दिखाई दे रहा हैं.
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