मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के धर्मपुर में आपदा राहत राशि जारी करने के लिए पटवारी द्वारा प्रभावित परिवार से मांगी गई रिश्वत के आरोपों के बाद विजिलेंस विभाग की टीम ने आरोपित पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, टीम ने शिकायतकर्ता महिला के बयान भी कलमबद किए हैं. पटवारी के खिलाफ विजिलेंस टीम के आईओ को अपना बयान दर्ज कराया. विजिलेंस टीम को राहत राशि के मामलों में अन्य खुलासे होने की उम्मीद है. फिलहाल विजिलेंस की टीम के पास एक ही मामला पहुंचा है.
'आपदा राहत राशि जारी करने के लिए मांगी रिश्वत': शिकायतकर्ता गीता देवी निवासी कौहन डॉ. सज्यौपीपलू तहसील धर्मपुर ने दर्ज बयान में कहा कि उनका मकान बरसात में क्षतिग्रस्त हो गया था. पटवारी राजेश विमल राहत निधि की दूसरी किस्त जारी करने के लिए शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे थे. शिकायतकर्ता का आरोप था कि उसने पिछले महीने पहली किस्त से 50 हजार रुपये दे दिए थे और अब वह दूसरी किस्त जारी करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर रहा है.
विजिलेंस ने दर्ज किया मामला: इस संबंध में उन्होंने 22 जनवरी 2024 को सीएम संकल्प सेवा पर भी शिकायत की थी. जब शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच की हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तो विजिलेंस की टीम मंडी ने तथ्यों के जांच के लिए शिकायतकर्ता से संपर्क किया और आरोपों के आधार पर पटवारी पर मामला दर्ज किया है. एएसपी विजिलेंस कुलभूषण वर्मा ने बताया कि बीती देर रात को ही पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. आईओ अभी मौके पर ही मौजूद हैं और आगामी कार्यवाई जारी है.
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