अलीगढ़ : विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा है. आरोपी लेखपाल कोल तहसील में धनीपुर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजे की रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत मांग रहा था. लेखपाल नारायण प्रताप सिंह ने पहले दो लाख रुपये मांगे, फिर 50 हजार रुपये कम करते हुए डेढ़ लाख की मांग रख दी. पीड़ित ने इसकी शिकायत आगरा स्थित विजिलेंस कार्यालय में कर दी. विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर लेखपाल को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया. विजिलेंस टीम देर रात आरोपी लेखपाल को अपने साथ आगरा ले गई. विजिलेंस थाने में मुकदमा लिखा गया है.
थाना क्वार्सी के ज्वालापुरी निवासी राकेश शर्मा का खेत कोल तहसील में पड़ता है. यहां धनीपुर एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहित की जा रही है. भूमि के मुआवजे के लिए लेखपाल नारायण प्रताप सिंह की ओर से रिपोर्ट तहसील को दी जानी है. रिपोर्ट लगाने के नाम पर लेखपाल ने दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी. राकेश शर्मा ने एक सप्ताह पहले विजिलेंस कार्यालय में इसकी शिकायत की. उन्होंने बताया कि उन्हें भूमि अधिग्रहण में सरकार से एक करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा मिलना है. लेखपाल नारायण प्रताप सिंह रिपोर्ट देने के लिए 2 लाख रुपये घूस मांग रहा है. बातचीत के बाद डेढ़ लाख रुपये में काम करने को लेखपाल तैयार हो गया. वहीं विजिलेंस ने इसकी गोपनीय जांच शुरू कर दी है.
विजिलेंस को जांच में पता चला कि लेखपाल नारायण प्रताप सिंह की छवि अच्छी नहीं है. वह बिना रुपये लिए कोई काम नहीं करता. शिकायत सही प्राप्त होने पर जाल बिछाया गया. सोमवार को राकेश शर्मा रिश्वत के डेढ़ लाख रुपये लिफाफे में रखकर गए. नोटों पर हस्ताक्षर थे. राकेश की गांधी पार्क में दुकान है. वहीं देर शाम को लेखपाल नारायण प्रताप आया और रिश्वत की रकम ली. इसी दौरान विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया. एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि लेखपाल नारायण प्रताप को डेढ़ लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. मंगलवार को मेरठ स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में आरोपी लेखपाल को पेश किया जाएगा.
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