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रेलवे कर्मियों को ये डिवाइस मिल जाए तो मेंटीनेंस के दौरान नहीं होगा ट्रैक पर हादसा

विदिशा में रेलवे ट्रैक का मेंटीनेंस कर रहे दो कर्मचारियों की मौत के बाद डिफेंस इनफॉर्मेशन डिवाइस उपलब्ध कराने की मांग उठी है.

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

Vidisha Railway Track Accident
रेलवे ट्रैक पर हुए हादसे में मृत कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई (ETV BHARAT)

विदिशा। विदिशा में सोमवार को ट्रेन दुर्घटना में दो रेलवे कर्मचारियों की मौत के बाद कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के जनरल सेकेट्री अशोक शर्मा ने सभी रेलवे कर्मचारियों के साथ मृतकों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अशोक शर्मा ने कहा "आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि हर साल करीब 750 ट्रैक मैंटेनर्स दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं. इस गंभीर मुद्दे पर रेल मंत्रालय खामोशी ओढ़े है."

ट्रैक मेंटीनेस करने वालों को कब मिलेंगे डिवाइस

गौरतलब है कि विदिशा में सोमवार को रेलवे ट्रैक का मेंटीनेंस कर रहे दो कर्मचारी मौत का शिकार हो गए. रेलवे मजदूर संघ के अशोक शर्मा का कहना है "रेलवे ट्रैक मेंटेनर्स दिन-रात एक करके देश और रेलवे की सुरक्षा करते हैं. उनके लिए डिफेंस इनफॉर्मेशन डिवाइस उपलब्ध कराने का वादा रेलवे बोर्ड ने कई बार किया. इस डिवाइस से ट्रैक पर आने वाली ट्रेन की जानकारी मिल जाती है. लेकिन ये डिवाइस अभी तक नहीं दिए गए. इसी कारण कर्मचारी हादसे का शिकार हो रहे हैं."

वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के जनरल सेकेट्री अशोक शर्मा (ETV BHARAT)

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पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग

अशोक शर्मा ने मांग की कि इस प्रकार दुर्घटनाओं में मजदूर वर्ग से जुड़े हर कर्मचारी या उसके परिवार को रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस मिलना चाहिए. क्योंकि सातों दिन 24 घंटे रेलवे के कर्मचारी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक काम करते हैं लेकिन जब इस तरह की दुर्घटना होती है तो उनके मन में रोष व्याप्त हो जाता है. आखिर इस तरह की दुर्घटनाओं को क्यों नहीं रोका जाता. बता दें कि सोमवार दोपहर को राज्यरानी एक्सप्रेस से दो रेलवे ट्रैक मैन हारुन खान और मनोज सेन की ट्रेन से दर्दनाक मौत हो गई थी.

विदिशा। विदिशा में सोमवार को ट्रेन दुर्घटना में दो रेलवे कर्मचारियों की मौत के बाद कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के जनरल सेकेट्री अशोक शर्मा ने सभी रेलवे कर्मचारियों के साथ मृतकों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अशोक शर्मा ने कहा "आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि हर साल करीब 750 ट्रैक मैंटेनर्स दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं. इस गंभीर मुद्दे पर रेल मंत्रालय खामोशी ओढ़े है."

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गौरतलब है कि विदिशा में सोमवार को रेलवे ट्रैक का मेंटीनेंस कर रहे दो कर्मचारी मौत का शिकार हो गए. रेलवे मजदूर संघ के अशोक शर्मा का कहना है "रेलवे ट्रैक मेंटेनर्स दिन-रात एक करके देश और रेलवे की सुरक्षा करते हैं. उनके लिए डिफेंस इनफॉर्मेशन डिवाइस उपलब्ध कराने का वादा रेलवे बोर्ड ने कई बार किया. इस डिवाइस से ट्रैक पर आने वाली ट्रेन की जानकारी मिल जाती है. लेकिन ये डिवाइस अभी तक नहीं दिए गए. इसी कारण कर्मचारी हादसे का शिकार हो रहे हैं."

वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के जनरल सेकेट्री अशोक शर्मा (ETV BHARAT)

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पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग

अशोक शर्मा ने मांग की कि इस प्रकार दुर्घटनाओं में मजदूर वर्ग से जुड़े हर कर्मचारी या उसके परिवार को रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस मिलना चाहिए. क्योंकि सातों दिन 24 घंटे रेलवे के कर्मचारी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक काम करते हैं लेकिन जब इस तरह की दुर्घटना होती है तो उनके मन में रोष व्याप्त हो जाता है. आखिर इस तरह की दुर्घटनाओं को क्यों नहीं रोका जाता. बता दें कि सोमवार दोपहर को राज्यरानी एक्सप्रेस से दो रेलवे ट्रैक मैन हारुन खान और मनोज सेन की ट्रेन से दर्दनाक मौत हो गई थी.

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