विदिशा। जिले में वन विभाग की नर्सरी के पास पारदी परिवारों ने अपना अस्थाई ठिकाना बना लिया है. करीब 25 परिवारों का कुनबा यहां छप्पर डालकर रहने लगा है. आस-पास के ग्रामीणों ने उन्हें यहां से हटाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माने और झगड़ा करने लगे. पारदी परिवार के रवैये से ग्रामीणों के बीच किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी है. ग्रामीण भय में हैं. पुलिस से भी मामले की शिकायत कर चुके हैं लेकिन अभी तक प्रशासन ने इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया है.
पारदी परिवार से क्यों डरे हैं ग्रामीण
विदिशा के सिरोंज ग्राम इकोदिया इकलौद में जंगल से सटी खाली जमीन है. खाली पड़ी जमीन पर करीब 25 पारदी परिवारों ने अपना अस्थाई निवास बना लिया है. ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए पारदीयों को वहां से जाने को कहा लेकिन वो नहीं माने और वहीं पर छप्पर डालकर रहने लगे. गांव के बगल में पारदी परिवार के रहने की वजह से ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है. उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से भी की लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. गांव छोड़कर जाने की बात सुनते ही पारदी झगड़ा करने लगते हैं. कुछ सालों पहले ऐसे ही एक पारदी परिवार के एक समूह ने बगल के गांव में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. ग्रामीण इसी बात को लेकर भयभीत हैं और किसी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं.
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महिलाएं और बच्चे दिन में लगाते हैं गांव का चक्कर
ग्रामीणों ने बताया कि, पुरुष नहीं दिखाई देते हैं. उनके ठिकाने पर महिलाएं और बच्चे ही दिखाई देते हैं. महिलाएं और बच्चे पूरे दिन गांव के आस पास घूमते रहते हैं. कोई कुछ पूछता है तो उसका जवाब भी नहीं देते. वहीं अगर कोइ कुछ बोल दे तो मारपीट करने पर आ जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह कहां से आए हैं यहां कितने दिन रहेंगे इसका कोई कुछ नहीं पता. गांव वाले प्रशासन से जल्द से जल्द पारदी परिवार को गांव से हटाने की मांग कर रहे हैं. सिरोंज की एसडीएम हषर्ल चौधरी ने बाताया कि, मामला संज्ञान में आया है. तहसीलदार के साथ एक टीम बनाकर जल्द ही जांच कराकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.