विदिशा। मध्यप्रदेश में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है. विदिशा जिले के गंजबासौदा के वार्ड क्रमांक 3 नानाजी वाली गली में घर के बाहर चबूतरे पर बैठा 2 साल का बच्चा गर्व दिनदहाड़े चोरी हो गया. मुकेश शर्मा का 2 साल का बेटा घर के बाहर खेल रहा था. परिजन बच्चे को बाहर खेलता छोड़कर घर के अंदर चले गए. इसी दौरान एक नाबालिग लड़की आती है और बच्चे को गोद में लेकर गायब हो गई. जब परिजन बाहर आए तो उन्हें बच्चा नहीं दिखा. परिजनों ने बच्चे को आसपास देखा पर वह कहीं दिखाई नहीं दिया. इस पर परिजनों ने बच्चे के पिता मुकेश को कॉल करके सूचना दी.
सीसीटीवी फुटेज में मिले अहम सुराग
बच्चे के पिता मुकेश के अनुसार "ये घटना बुधवार दोपहर करीब 12 बजे की है. सूचना मिलते ही वह तत्काल घर पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज देखे तो एक नाबालिग लड़की उनके बेटे को गोद में लेकर जाती दिखी. परिजन उसे तलाशते हुए बासौदा के बस स्टैंड के साथ ही रेलवे स्टेशन पहुंचे." इसी दौरान स्टेशन के पास कुछ लोगों ने परिजनों को बताया कि एक लड़की छोटे बच्चे को गोद में लेकर स्टेशन पहुंची है. परिजनों ने तुरंत जीआरपी और आरपीएफ थाने पहुंचकर बच्चे के चोरी होने की जानकारी दी.
नाबालिग की गोद में बच्चा, भोपाल ले जाने की तैयारी थी
इधर, गंजबासौदा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर हाथों में कटोरा और झोला टांगे एक महिला नाबालिग लड़की के साथ गोद में दो साल बच्चा लिए मेमो ट्रेन का इंतजार कर रही थी. महिला व नाबालिग बच्चो को लेकर भोपाल जाने की तैयारी में थे. इसी दौरान स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर जीआरपी, आरपीएफ और कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन की टीम ने तलाशी लेनी शुरू की. रेलवे पुलिस ने देखा कि प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर 2 साल के बच्चे को लेकर नाबालिग लड़की और महिला खड़ी हैं. इस प्रकार पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया.
भोपाल में सक्रिय है बच्चा चुराने वाला गिरोह
जीआरपी ने बच्चा चुराने वाली नाबालिग से पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया "बच्चा चुराने वाला गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है. भोपाल के करोंद चौराहे पर बच्चा चुराने वालों का पूरा गिरोह है. वह बच्चे को मेमो ट्रेन से भोपाल ले जाने की तैयारी में थी. बच्चा चोर गिरोह जिन लोगों को बच्चे नहीं होते हैं, उन्हें 20 हजार रुपये में बेच देते हैं." गंजबासौदा SDOP मनोज मिश्रा ने बताया "13 साल की लड़की बच्चे को चुराकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 2 पर पहुंची थी. बच्चा चुराने वाली नाबालिग व उसकी मां भिक्षा मांगकर गुजर-बसर करते हैं."
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विदिशा जिले में गिरोह का नेटवर्क
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन में कार्यरत दीपा शर्मा ने बताया "हमारी टीम ने बच्चा चुराने वाली नाबालिग से गहराई से काउंसलिंग की तो कई चौंकाने वाले राज बताए हैं. नाबालिग ने एक महिला के बारे में भी बताया है जिसका नाम रानी है. रानी गंजबासौदा में घर-घर खाना बनाने का काम करती है. यही रानी बच्चा चोर गिरोह की मदद करती है." बता दें कि आरपीएफ ने इस मामले सिटी कोतवाली को सौंप दिया.