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VIDEO, रामपुर जौहर यूनिवर्सिटी के पास पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ; हापुड़ में दहशत बरकरार, बच्चों को बाहर न निकलने देने की अपील - Leopard caught in Rampur

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 1, 2024, 4:04 PM IST

Updated : Sep 1, 2024, 7:26 PM IST

रामपुर में तेंदुए की दहशत के साये में जी रहे लोगों ने रविवार को राहत की सांस ली. पिछले करीब एक हफ्ते से तेंदुए का खौफ बना था.

रामपुर में आखिर पकड़ा गया तेंदुआ.
रामपुर में आखिर पकड़ा गया तेंदुआ. (Photo Credit; ETV Bharat)
रामपुर में आखिर पकड़ा गया तेंदुआ. (Video Credit; ETV Bharat)

रामपुर : तेंदुए की दहशत के साये में जी रहे लोगों ने रविवार को राहत की सांस ली. पिछले करीब एक हफ्ते से तेंदुए का खौफ बना था. तेंदुए को जौहर यूनिवर्सिटी के पास भी देखा गया था. जिसके बाद वन विभाग ने वहां पिंजरा लगाया था. आखिरकार तेंदुआ शनिवार रात पिंजरे में कैद हो गया. बरहाल सूचना मिलते ही जिला वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और तेंदुए का परीक्षण किया. बताया कि यह विभाग का छठा रेस्क्यू ऑपरेशन है. इससे पहले 5 तेंदुए पकड़े जा चुके हैं. उच्चाधिकारियों की अनुमति के बाद इस तेंदुए को कहीं सुरक्षित जगह पर छोड़ा जाएगा. वहीं मसवासी में तेंदुए की दहशत बरकरार है. उस तेंदुए को पकड़ने का भी वन विभाग ने लोगों को भरोसा दिया है. जबकि हापुड़ में तेंदुए की दहशत बनी हुई है. यहां वन विभाग ने बच्चों को बाहर न निकलने देने की अपील की है.

जिला वन अधिकारी रामपुर राजीव कुमार ने बताया कि पिछले सात आठ दिन से हमारे पास सूचना थी कि जौहर यूनिवर्सिटी के आसपास के क्षेत्र में तेंदुआ लगातार दिखाई दे रहा है. चूंकि जौहर यूनिवर्सिटी शहर के बीच में पड़ती है, इसलिए स्थिति गंभीर थी. हमने तत्काल रेंजर अधिकारी की अध्यक्षता में टीम गठित की. जब हमें लगा कि तेंदुए की मौजूदगी उक्त स्थल पर कंफर्म है तो उच्चधिकारियों से पिंजरा लगाने की परमिशन मांगी. परमिशन मिल गई और उसके बाद पिछले चार-पांच दिन से वहां पिंजरा लगाया हुआ था. अब यह तेंदुआ पकड़ में आया है.

मसवासी में भी लगाया गया पिंजरा : राजीव कुमार ने बताया कि मसवासी से उत्तराखंड का बॉर्डर लगता है. उसके आसपास के जो गांव हैं, वहां भी तेंदुए की सूचना मिल रही है. वह कोसी नदी का क्षेत्र है, वहां उनका आवागमन लगा रहता है, लेकिन हमारी टीम सतर्क है. दिन-रात वहां कांबिंग कर रही है. वहां हमने पिंजरा लगाया हुआ है. अगर वहां तेंदुए की उपस्थिति है तो वह भी पकड़ा जाएगा.

अब तक 5 तेंदुए पकड़े : जिला वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने में उसे कोई चोट नहीं पहुंची है. सब कुछ ठीक रहा है. बताया कि इससे पहले भी हम पांच लेपर्ड पड़ चुके हैं. यह छटा रेस्क्यू ऑपरेशन था, जो कि सफल रहा है. अब उच्च अधिकारियों से निर्देश प्राप्त होंगे कि इसको कहां छोड़ना है. पकड़े गए तेंदुए की उम्र करीब एक से डेढ़ साल है और यह मादा है.

हापुड़ में तेंदुए की दहशत, वन विभाग की अपील- बच्चे बाहर न निकलें : थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव आलमनगर नवादा और शंकरटीला में तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है. एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. वन विभाग की टीम ने तेंदुआ पकड़ने के लिए जाल भी लगाया है. दहशत के कारण ग्रामीण अपने खेतों में बने मुर्गी फार्म और काम करने के लिए निकल नहीं पा रहे हैं. वन विभाग अधिकारी करन सिंह ने ग्रामीणों से बच्चों को बाहर न निकलने देने की अपील की है. वन विभाग की तरफ से ग्रामीणों को अपील की जाती है जब भी घर से बाहर निकलें, समूह में निकलें.

यह भी पढ़ें : रामपुर में तेंदुए का खौंफ, वन विभाग ने लगाया पिंजरा, सतर्क रहने की अपील - Leopard terror in Rampur

रामपुर में आखिर पकड़ा गया तेंदुआ. (Video Credit; ETV Bharat)

रामपुर : तेंदुए की दहशत के साये में जी रहे लोगों ने रविवार को राहत की सांस ली. पिछले करीब एक हफ्ते से तेंदुए का खौफ बना था. तेंदुए को जौहर यूनिवर्सिटी के पास भी देखा गया था. जिसके बाद वन विभाग ने वहां पिंजरा लगाया था. आखिरकार तेंदुआ शनिवार रात पिंजरे में कैद हो गया. बरहाल सूचना मिलते ही जिला वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और तेंदुए का परीक्षण किया. बताया कि यह विभाग का छठा रेस्क्यू ऑपरेशन है. इससे पहले 5 तेंदुए पकड़े जा चुके हैं. उच्चाधिकारियों की अनुमति के बाद इस तेंदुए को कहीं सुरक्षित जगह पर छोड़ा जाएगा. वहीं मसवासी में तेंदुए की दहशत बरकरार है. उस तेंदुए को पकड़ने का भी वन विभाग ने लोगों को भरोसा दिया है. जबकि हापुड़ में तेंदुए की दहशत बनी हुई है. यहां वन विभाग ने बच्चों को बाहर न निकलने देने की अपील की है.

जिला वन अधिकारी रामपुर राजीव कुमार ने बताया कि पिछले सात आठ दिन से हमारे पास सूचना थी कि जौहर यूनिवर्सिटी के आसपास के क्षेत्र में तेंदुआ लगातार दिखाई दे रहा है. चूंकि जौहर यूनिवर्सिटी शहर के बीच में पड़ती है, इसलिए स्थिति गंभीर थी. हमने तत्काल रेंजर अधिकारी की अध्यक्षता में टीम गठित की. जब हमें लगा कि तेंदुए की मौजूदगी उक्त स्थल पर कंफर्म है तो उच्चधिकारियों से पिंजरा लगाने की परमिशन मांगी. परमिशन मिल गई और उसके बाद पिछले चार-पांच दिन से वहां पिंजरा लगाया हुआ था. अब यह तेंदुआ पकड़ में आया है.

मसवासी में भी लगाया गया पिंजरा : राजीव कुमार ने बताया कि मसवासी से उत्तराखंड का बॉर्डर लगता है. उसके आसपास के जो गांव हैं, वहां भी तेंदुए की सूचना मिल रही है. वह कोसी नदी का क्षेत्र है, वहां उनका आवागमन लगा रहता है, लेकिन हमारी टीम सतर्क है. दिन-रात वहां कांबिंग कर रही है. वहां हमने पिंजरा लगाया हुआ है. अगर वहां तेंदुए की उपस्थिति है तो वह भी पकड़ा जाएगा.

अब तक 5 तेंदुए पकड़े : जिला वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने में उसे कोई चोट नहीं पहुंची है. सब कुछ ठीक रहा है. बताया कि इससे पहले भी हम पांच लेपर्ड पड़ चुके हैं. यह छटा रेस्क्यू ऑपरेशन था, जो कि सफल रहा है. अब उच्च अधिकारियों से निर्देश प्राप्त होंगे कि इसको कहां छोड़ना है. पकड़े गए तेंदुए की उम्र करीब एक से डेढ़ साल है और यह मादा है.

हापुड़ में तेंदुए की दहशत, वन विभाग की अपील- बच्चे बाहर न निकलें : थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव आलमनगर नवादा और शंकरटीला में तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है. एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. वन विभाग की टीम ने तेंदुआ पकड़ने के लिए जाल भी लगाया है. दहशत के कारण ग्रामीण अपने खेतों में बने मुर्गी फार्म और काम करने के लिए निकल नहीं पा रहे हैं. वन विभाग अधिकारी करन सिंह ने ग्रामीणों से बच्चों को बाहर न निकलने देने की अपील की है. वन विभाग की तरफ से ग्रामीणों को अपील की जाती है जब भी घर से बाहर निकलें, समूह में निकलें.

यह भी पढ़ें : रामपुर में तेंदुए का खौंफ, वन विभाग ने लगाया पिंजरा, सतर्क रहने की अपील - Leopard terror in Rampur

Last Updated : Sep 1, 2024, 7:26 PM IST
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