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साहिबगंज में गंगा का पानी खेतों में घुसा, सब्जी की खेती बर्बाद, किसानों ने मुआवजे की लगाई गुहार - गंगा का पानी खेतों में घुसा

Vegetable farming ruined in Sahibganj. साहिबगंज के किसान लगातार प्रकृति की मार से परेशान हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र के खेतों में पानी घुस गया है. इस कारण सब्जी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. प्रभावित किसानों ने समाहरणालय पहुंचकर मुआवजे की गुहार लगाई है.

Rise In Water Level Of Ganga
Vegetable farming ruined in Sahibganj
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 26, 2024, 8:21 PM IST

खेतों में गंगा का पानी घुसने से खराब हुई फसल पर रिपोर्ट और मुआवजे की मांग को लेकर समामहरणालय पहुंचे किसान.

साहिबगंज: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से साहिबगंज दियारा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर गया है. चार मौजा की जमीन पूरी तरफ डूब गई है. इस कारण खेत में लगाई गई सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है. 10 दिनों से खेतों में पानी भरा है. इस कारण अब पौधे और लत्ता सड़ने-गलने लगे हैं.

200 एकड़ में लगी सब्जियों की खेती बर्बाद

किसानों ने बताया कि साहिबगंज के मदनशाही, टपुआ, मलाही टोला और मोकरी मौजा में गंगा का पानी घुस गया है. करीब 200 एकड़ खेती जमीन डूब गई है. इस कारण किसानों के बीच हाहाकार मच गया है.

डीसी से मिलने समाहरणालय पहुंचे किसान

सोमवार को करीब 150 किसान डीसी से मिलने साहिबगंज समाहरणालय पहुंचे. डीसी के नहीं रहने पर प्रभावित किसानों ने एडीसी विनय मिश्र से मिलकर समस्या से अवगत कराया और मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है. किसानों ने डीसी के नाम का आवेदन कार्यालय में दे दिया है. किसानों का कहना है कि डीसी के आने के बाद पुन: मिलकर फरियाद लगाएंगे.

प्रभावित किसानों ने मुआवजा देने की लगाई गुहार

इस संबंध में किसान बिखारी चौधरी, रवि, माखन, सरल चौधरी, छोटे लाल राय, खुशबू देवी, टीना और मीना देवी ने बताया कि हम लोग बटाईदार किसान हैं. आठ हजार रुपए मालिक को सालाना राशि देकर खेत की बुआई करते हैं. समिति से पैसे लेकर खेत के मालिक को दिए हैं. खेत को बोने और बीज खरीदने तक लाखों रुपए की पूंजी लगाई है, लेकिन अचानक गंगा का पानी खेत में घुस जाने से सब्जी के पौधे गिरने लगे हैं. जिला प्रशासन से आग्रह है कि एक बार खेत का मुआयना कराया जाए और मुआवजा दिलाने की पहल हो. प्रभावित किसानों ने कहा कि यदि प्रशासन ने मदद नहीं की तो हमलोग महाजन और समिति को कहां से पैसे देंगे.

दियारा के किसानों ने इन सब्जियों की खेती की थी

बताते चलें कि दियारा क्षेत्र के किसानों ने खेतों में तरबूज, करेला, बखारी, खीरा, कद्दू, नेनुआ, टमाटर, बीन आदि की खेती की थी. लेकिन खेतों में पानी प्रवेश करने के बाद पौधे सड़ने-गलने लगे हैं. इस कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है.

24 घंटे में चार सेमी बढ़ा गंगा का जलस्तर

केंद्रीय जल आयोग के साहिबगंज इंचार्ज छोटे लाल ने बताया कि कोसी नदी का पानी गंगा में छोड़ा गया है. इस कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. हर 24 घंटे में गंगा का जलस्तर दो सेमी बढ़ रहा है. 24 फरवरी को जलस्तर 21.66 मीटर, 25 फरवरी को 21.68 मीटर, 26 फरवरी को 21.72 मीटर रिकॉर्ड किया गया था. 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में चार सेमी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं 27 फरवरी को गंगा का जलस्तर 21.74 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है.

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खेतों में गंगा का पानी घुसने से खराब हुई फसल पर रिपोर्ट और मुआवजे की मांग को लेकर समामहरणालय पहुंचे किसान.

साहिबगंज: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से साहिबगंज दियारा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर गया है. चार मौजा की जमीन पूरी तरफ डूब गई है. इस कारण खेत में लगाई गई सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है. 10 दिनों से खेतों में पानी भरा है. इस कारण अब पौधे और लत्ता सड़ने-गलने लगे हैं.

200 एकड़ में लगी सब्जियों की खेती बर्बाद

किसानों ने बताया कि साहिबगंज के मदनशाही, टपुआ, मलाही टोला और मोकरी मौजा में गंगा का पानी घुस गया है. करीब 200 एकड़ खेती जमीन डूब गई है. इस कारण किसानों के बीच हाहाकार मच गया है.

डीसी से मिलने समाहरणालय पहुंचे किसान

सोमवार को करीब 150 किसान डीसी से मिलने साहिबगंज समाहरणालय पहुंचे. डीसी के नहीं रहने पर प्रभावित किसानों ने एडीसी विनय मिश्र से मिलकर समस्या से अवगत कराया और मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है. किसानों ने डीसी के नाम का आवेदन कार्यालय में दे दिया है. किसानों का कहना है कि डीसी के आने के बाद पुन: मिलकर फरियाद लगाएंगे.

प्रभावित किसानों ने मुआवजा देने की लगाई गुहार

इस संबंध में किसान बिखारी चौधरी, रवि, माखन, सरल चौधरी, छोटे लाल राय, खुशबू देवी, टीना और मीना देवी ने बताया कि हम लोग बटाईदार किसान हैं. आठ हजार रुपए मालिक को सालाना राशि देकर खेत की बुआई करते हैं. समिति से पैसे लेकर खेत के मालिक को दिए हैं. खेत को बोने और बीज खरीदने तक लाखों रुपए की पूंजी लगाई है, लेकिन अचानक गंगा का पानी खेत में घुस जाने से सब्जी के पौधे गिरने लगे हैं. जिला प्रशासन से आग्रह है कि एक बार खेत का मुआयना कराया जाए और मुआवजा दिलाने की पहल हो. प्रभावित किसानों ने कहा कि यदि प्रशासन ने मदद नहीं की तो हमलोग महाजन और समिति को कहां से पैसे देंगे.

दियारा के किसानों ने इन सब्जियों की खेती की थी

बताते चलें कि दियारा क्षेत्र के किसानों ने खेतों में तरबूज, करेला, बखारी, खीरा, कद्दू, नेनुआ, टमाटर, बीन आदि की खेती की थी. लेकिन खेतों में पानी प्रवेश करने के बाद पौधे सड़ने-गलने लगे हैं. इस कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है.

24 घंटे में चार सेमी बढ़ा गंगा का जलस्तर

केंद्रीय जल आयोग के साहिबगंज इंचार्ज छोटे लाल ने बताया कि कोसी नदी का पानी गंगा में छोड़ा गया है. इस कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. हर 24 घंटे में गंगा का जलस्तर दो सेमी बढ़ रहा है. 24 फरवरी को जलस्तर 21.66 मीटर, 25 फरवरी को 21.68 मीटर, 26 फरवरी को 21.72 मीटर रिकॉर्ड किया गया था. 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में चार सेमी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं 27 फरवरी को गंगा का जलस्तर 21.74 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है.

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