जयपुर: जयपुरिया अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें जयपुरिया अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर महेश मंगल का ड्राइवर मरीजों को इंजेक्शन लगा रहा है. यह वीडियो तकरीबन 20 दिन पुराना बताया जा रहा है, जिसमें ड्राइवर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इंजेक्शन लगा रहा है. सामने यह भी आया है कि यह व्यक्ति अस्पताल की एंबुलेंस का ड्राइवर भी है.
मामले को लेकर जब RUHS के VC डॉक्टर धनंजय अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है और इसकी जांच करवाई जाएगी और एक्शन भी लिया जाएगा. ड्राइवर के इस कृत्य से अस्पताल का पूरा स्टाफ परेशान है और बताया जा रहा है कि अस्पताल से ही यह वीडियो वायरल हुआ है. यह बात भी सामने आई है कि जयपुरिया हॉस्पिटल में पिछले कुछ समय से अधीक्षक के ड्राइवर नाहर सिंह के रवैये से पूरा स्टाफ परेशान है. अस्पताल के स्टाफ का यह भी कहना है कि यह ड्राइवर अस्पताल के स्टाफ पर रॉब जमाने का काम करता है और पिछले कुछ समय से ड्राइवर वार्ड में आता है और राउंड लगाता है. इस दौरान वह कुछ मरीजों से बातचीत करता है. उनको इंजेक्शन लगाने के साथ ड्रिप बदलने का भी काम करता है.
दवाई लिखने का भी आरोप : इतना ही नहीं, यह भी बताया जा रहा है कि ड्राइवर इमरजेंसी में भर्ती या दिखाने आए मरीजों को इंजेक्शन के साथ-साथ दवाइयां भी देता है. इस मामले में कोई भी स्टाफ की उसे टोकने की हिम्मत नहीं होती, क्योंकि वह अधीक्षक का निजी ड्राइवर है. कुछ समय पहले देर रात में वार्ड में आने की घटना के बाद ड्राइवर का स्टाफ और सुरक्षा गार्ड से विवाद भी हुआ था. इतना ही नहीं, सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने आने वाले लोगों को एम्बुलेंस में बिठाकर निजी अस्पताल में भी भर्ती करवाने का आरोप इस ड्राइवर पर है.