अलीगढ़: अलीगढ़ में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने कहा कि मथुरा की शाही ईदगाह और वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद स्वेच्छा से हिंदुओं को सौंप देनी चाहिए. रघुराज सिंह ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा की अनुमति देने पर अदालत के आदेश का स्वागत करते हुए कहा है कि हिंदुस्तान में जितने भी मंदिरों पर मस्जिद बनाई गयी हैं. उनको स्वेच्छा से सौंप देनी चाहिए. इससे हिंदुस्तान में आपस में अमन-चैन बना रहेगा. हिंदुओं के धर्मस्थलों पर अतिक्रमण किया गया था. विशेष कर काशी विश्वनाथ और मथुरा के मंदिर अविलंब हिंदुओं को सौंप देना चाहिए.
इससे हिंदुस्तान में सौहार्दपूर्म माहौल का संदेश जायेगा. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के अधिकतर मुसलमान कन्वर्टेड हैं. इसलिए उन सभी से निवेदन है कि ज्ञानवापी मस्जिद (Varanasi Gyanvapi Masjid) और मथुरा की शाही ईदगाह (Mathura Shahi Idgah) स्वेच्छा से दे देनी चाहिए, क्योंकि उनके पूर्वज भी मुसलमान नहीं थे. हमारे ही लोगों में से कन्वर्टेड थे. इसलिए आग्रह करूंगा कि इस पर ज्यादा हाय तौबा न करें.
श्रम सेवायोजन बोर्ड के अध्यक्ष ठाकुर रघुराज सिंह अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले भी उनके कई विवादित बयान वायरल हो चुके हैं. वह अधिकतर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को टारगेट करते हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि एएमयू आतंकियों की नर्सरी बन चुकी है. उन्होंने इससे पहले कहा था कि हिंदू धार्मिक स्थलों को लेने के लिए अगर बलि चढ़ाने पड़ेगी, तो चढ़ाएंगे. रघुराज सिंह ने कहा कि हमारे जिन देव स्थान पर कब्जा किया गया है, वह जबरिया ले लेंगे.
अलीगढ़ पहुंचे यूपी के राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में कोर्ट द्वारा जो निर्णय हुआ है. वह शानदार है. कोर्ट ने आदेश दिया है कि हिंदू पक्ष अपनी पूजा पाठ कर सकते हैं. इस बात से उनको बहुत खुशी हुई. दोनों ही मंत्री अलीगढ़ में नुमाइश के उद्घाटन पर पहुंचे थे. इस दौरान अलीगढ़ में नुमाइश का आगाज हुआ.