वाराणसी: वाराणसी में कैंसर मरीजों को बेहतर सुविधा मिलने जा रही है. पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र, होमी बाबा कैंसर अस्पताल और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के बीच एक समझौता हुआ है. इसके तहत दोनों अस्पतालों में आधुनिक मेडिकल उपकरणों की खरीदारी के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. इससे वर्तमान में मौजूद सुविधाओं को और भी बेहतर किया जा सके.
इस समझौते के तहत एनसीएल ने अस्पताल प्रशासन को कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के जरिए 14.49 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई है. इससे अस्पताल में लाभ रेडियोलॉजी, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एवं सीएसएसडी विभाग में नए उपकरण खरीदे जाएंगे.
कैंसर अस्पताल को मिला 14 करोड़ का अनुदान: इस बारे में अस्पताल के निदेशक डॉक्टर सत्यजीत प्रधान ने कहा कि महामना मदन मोहन कैंसर अस्पताल और होमी भाभा दोनों तीन मूल सिद्धांत, सेवा, शिक्षा अनुसंधान को ध्यान में रखकर कार्य कर रहे हैं और इसी के तहत या अनुबंध हुआ है. इसमें टाटा स्मारक केंद्र की दोनों इकाइयों को बेहतर काम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि, इस फंड के तहत मिलने वाली राशि से अस्पताल आने वाले कैंसर मरीजों के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा. ताकि वर्तमान में उन्हें और बेहतर सुविधा मिल सके.
आस-पास के राज्यों से भी आते है मरीज: उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश के साथ पड़ोसी राज्यों की कैंसर मरीजों को भी यहां पर आधुनिक और बेहतर सुविधाएं मिल सकें, ताकि इस गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना न पड़े. वह आसानी से अपना इलाज कर पाएं.
वाराणसी में मौजूद टाटा स्मारक केंद्र की इकाइयां महामना मदन मोहन मालवीय कैंसर अनुसंधान केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर संस्थान में एक लाख से अधिक कैंसर मरीजों का पंजीकरण किया जा चुका है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में बनारस, पूर्वांचल और आसपास के राज्यों से मरीज इलाज के लिए आते हैं. नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत यह समझौता किया है.