वैशालीः सावन का पावन महीना चल रहा है और शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ रही है. लोग सुख-समृद्धि की कामना से भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में जुटे हुए हैं. शिवभक्तों की मान्यता है कि अगर आपके मन की बात भोलेनाथ तक नहीं पहुंच पा रही है तो आपको उनकी सवारी नंदी महाराज को माध्यम बनाना पड़ेगा. सोनपुर में सुप्रसिद्ध हरिहर नाथ मंदिर में इस सावन महीने से नंदी की नयी प्रतिमा स्थापित की गयी है जिनसे मन की बात कहकर शिवभक्त भोलेनाथ तक पहुंचा रहे हैं.
एक ही लिंग में विराजमान हैं शिव और विष्णुः सोनपुर के प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ का मंदिर इसलिए भी विशेष है कि यहां एक ही लिंग में भगवान भोलेनाथ और भगवान विष्णु विराजमान हैं. भोलेनाथ के मंदिर में प्रवेश करते ही जिनका सबसे पहले दर्शन होता है वे हैं नंदी बाबा. हरिहर नाथ मंदिर में नंदी बाबा स्थापित हैं, लेकिन 2024 के सावन महीने से नंदी बाबा का स्वरूप और भव्य हो गया है.
नंदी बाबा की विशाल प्रतिमा स्थापितः दरअसल इस मंदिर में पहले नंदी बाबा की छोटी प्रतिमा स्थापित थी, लेकिन इस साल एक शिवभक्त विनोद सम्राट ने नंदी की बड़ी प्रतिमा की स्थापना मंदिर में कराई है. अब नंदी के इस भव्य स्वरूप के माध्यम से ही शिवभक्त अपनी मनोकामना बाबा भोलेनाथ तक पहुंचा रहे हैं.
शिवालय के महत्वपूर्ण अंग हैं नंदी महाराजः इस विषय में हरिहरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी अचार्य सुशील शास्त्री बताते हैं कि नंदी बाबा तो सदैव भोलेनाथ के साथ में ही रहते हैं और यह तो हम लोगों की आस्था है, श्रद्धा है. इसके पहले नंदी बाबा की छोटी मूर्ति थी. नंदी बाबा शिवालय के महत्वपूर्ण अंग है. इसलिए विशाल कद के नंदी बाबा की स्थापना की गयी है ताकि दूर से ही नंदी के दर्शन हो सकें.
"ऐसी मान्यता है कि नंदी बाबा के कान में ही अर्जी लगाते हैं क्योंकि भोलेनाथ के यहां डायरेक्ट नहीं पहुंच सकते हैं. भोले बाबा के यहां पहुंचना है तो माता को पकड़िए और उनके बाद इनकी सवारी जो हमेशा भोलेनाथ के साथ रहते हैं उनको पकड़िए. नंदी बाबा के कान में कहने से बाबा भोलेनाथ तक बात पहुंच जाती है."- आचार्य सुशील शास्त्री, मुख्य पुजारी, बाबा हरिहर नाथ मंदिर
'नंदी बाबा के कान में कहने से भोलेनाथ सुनते हैं': पटना से आईं शिव भक्त कंचन ओझा ने बताया कि मान्यता है नंदी बाबा के कान में बोलने से शिवजी के पास बात जल्दी पहुंचती है और भक्तों की मनोकामना पूरी होती है.बाबा हरिहरनाथ में पहली बार दर्शन करने आए हैं और यहां नंदी महाराज के माध्यम से अपना संदेश भोलेनाथ तक पहुंचा रहे हैं.
"नंदी भगवान शिव जी की सवारी हैं. वह जल्दी शिवजी को बात बता देते हैं. जो भी हम लोग कहते हैं वह शिवजी को बोल देते हैं जो शिवजी नहीं सुन पाते हैं वह सुन लेते हैं. नंदी बाबा को कहने से मनोकामना पूर्ण होती है."- सोनाक्षी, शिवभक्त
'नंदी बाबा भोलेनाथ तक पहुंचाते हैं बात': वहीं पटना से बाबा हरिहर नाथ के दर्शन के लिए आईं शिवभक्त उषा ओझा ने भी बाबा नंंदी के कानों में अपने मन की बात बताई ताकि उनकी मन की इच्छा बाबा भोलेनाथ जल्द से जल्द पूरा करें. उषा ओझा का कहना है कि शिवजी की सवारी नंदी हैं, इसलिए लोगों की नंंदी महाराज में भी अपार श्रद्धा और लोग मानते हैं नंदी महाराज के कानों में कही गयी इच्छा भोलेनाथ जरूर पूरी करते हैं.
एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला लगता है: बता दें कि बिहार की राजधानी पटना के करीब 10 किलोमीटर उत्तर में गंगा और गंडक के संगम के पास बाबा हरिहर नाथ का मंदिर है. हरिहरक्षेत्र को प्रयाग और गया जैसा श्रेष्ठ तीर्थ माना गया है.कर्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहाँ एक विशाल मेला लगता है जो मवेशियों के लिए एशिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है.