देहरादून/हल्द्वानी/बागेश्वर: उत्तराखंड के परिवहन कार्यालय और चेक पोस्टों पर आज से कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार शुरू हो गया है, जो कि 9 अगस्त तक रहेगा. कर्मचारियों की मांग है कि चारधाम यात्रा में तैनात परिवहन विभाग के निलंबित हुए 4 कर्मचारियों को बहाल किया जाए. आरटीओ विभाग में कार्य ठप होने के कारण आज ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण, टैक्स परमिट या फिटनेस आदि से जुड़े कोई भी कार्य नहीं हो पाए. कार्यालय में काम नहीं होने के कारण कार्यालय में आए लोग बिना काम के ही निराश लौट रहे हैं. इस स्थिति में पूरा सप्ताह परिवहन कार्यालय में कामकाज ठप रहेगा.
ये है मामला: गौर है रुद्रप्रयाग के बदरीनाथ हाईवे के रैंतोली के पास 15 जून को खाई में गिरे टेंपो ट्रैवलर में सवार 26 लोगों में 16 पर्यटकों की मौत हो गई थी. पूरे मामले में परिवार विभाग के 4 कर्मचारी निलंबित किए गए थे. वहीं, 2 महीने बाद भी निलंबित कर्मचारियों की बहाली न होने से नाराज परिवहन विभाग के मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने 6 अगस्त से प्रदेश के आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय समेत परिवहन चेक पोस्टों पर 9 अगस्त तक हड़ताल की चेतावनी दी थी.
पहले किया था 2 घंटे का कार्य बहिष्कार: इससे पहले 3 अगस्त को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 तक 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया था. साथ ही सोमवार को भी 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कहा था. लेकिन आज से सभी कर्मचारी पूरे दिन के कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं.
परिवहन विभाग के मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री विनोद चमोली का कहना है कि, हादसे का कारण चालक को झपकी आना था. जिसमें कर्मचारियों का कोई दोष नहीं था. दुर्घटना में लापरवाही के आरोप में सरकार ने परिवहन विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था. जबकि दो कर्मचारियों के निलंबन के साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. इसके विरोध में परिवहन मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ ने 9 अगस्त तक प्रदेशव्यापी कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है. साथ ही बताया कि शासन ने कर्मचारियों को बहाल करने का भरोसा दिया था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अगर चारों कर्मचारियों को नौकरी में बहाल नहीं किया जाता है तो 9 अगस्त तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. उसके बाद नई रणनीति बनाई जाएगी.
हल्द्वानी और बागेश्वर में कर्मचारी संगठन परिवहन विभाग ने निलंबित कार्मिकों की बहाली की मांग को लेकर पूर्ण बहिष्कार शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर प्रर्दशन किया. उन्होंने कहा कि यदि कार्मिकों का उत्पीड़न हुआ तो आंदोलन और तेज कर दिया जाएगा.