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साइबर कमांडो एग्जाम रिजल्ट: उत्तराखंड को मिला तीसरा स्थान, 3 पुलिस कर्मियों ने बनाई टॉप टेन में जगह - CYBER COMMANDO EXAM RESULT

साइबर कमांडो परीक्षा परिणाम में उत्तराखंड ने देश में तीसरा स्थान हासिल किया. टॉप टेन में 3 जवानों ने जगह बनाई.

CYBER COMMANDO EXAM RESULT
साइबर कमांडो एग्जाम रिजल्ट में उत्तराखंड के तीन पुलिसकर्मी शीर्ष पर (PHOTO- UTTARAKHAND POLICE)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 12, 2025, 5:27 PM IST

देहरादूनः देश में पुलिस की साइबर सुरक्षा को मजबूती से बढ़ाने के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित साइबर कमांडो परीक्षा परिणाम घोषित हुआ. जिसमें कुल उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या के मामले में उत्तराखंड देश भर में तीसरे स्थान पर है. परीक्षा में सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस संगठनों में सेवारत करीब 3200 पुलिसकर्मियों ने प्रतिभाग किया था.

अलग-अलग राज्यों से साइबर कमांडो के लिए चयनित सबसे अधिक कर्मचारियों की संख्या में उत्तराखंड राज्य तीसरे स्थान पर है. उत्तराखंड से साइबर कमांडो के लिए 72 पुलिस कर्मी चयनित हुए हैं. साथ ही राज्य से चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मियों का ऑल इंडिया रैंक में दूसरा, छठा और दसवां स्थान रहा है.

गौर है कि साइबर सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और बढ़ते साइबर खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार (भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र I4C) ने 'साइबर कमांडो की विशेष शाखा' की स्थापना के लिए परामर्श जारी किया है. जिसके तहत 11 जनवरी को भारत वर्ष के सभी राज्यों में एनएफएसयू (National Forensic Sciences University) दिल्ली द्वारा अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में साइबर कमांडो की परीक्षा आयोजित की गई. साइबर कमांडो की परीक्षा में पूरे भारत वर्ष के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों समेत केंद्रीय पुलिस संगठनों के अलग-अलग पुलिस संगठनों में सेवारत लगभग 3200 कर्मियों ने प्रतिभाग किया.

परीक्षा में उत्तराखंड पुलिस के कुल 242 पुलिसकर्मियों ने प्रतिभाग किया था. जिनमें एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखंड के 7 कर्मचारियों सहित कुल 72 कर्मियों का चयन हुआ. चयनित कर्मचारियों को देश के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थान, राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) आदि में व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए विभागीय अनुमति के बाद बारी-बारी से भेजा जाएगा. प्रशिक्षित साइबर कमांडो अपने मूल संगठन के लिए काम करेंगे और उनसे डिजिटल फॉरेंसिक, घटना प्रतिक्रिया और सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने में प्रशिक्षण के दौरान विकसित विशेषज्ञता के अनुसार भूमिकाएं सौंपी जाएंगी.

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से साइबर कमांडो के लिए चयनित सबसे अधिक कर्मचारियों की संख्या में उत्तराखंड तृतीय स्थान पर रहा. प्रथम स्थान पर तेलंगाना-172, केरल-73 और उत्तराखंड से 72 कर्मचारियों का चयन हुआ है.

उत्तराखंड से साइबर कमांडो के लिए चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मी-

  1. कॉन्स्टेबल हरेंद्र भंडारी, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून- ऑल इंडिया रैंक-2
  2. कॉन्स्टेबल कादर खान, एसटीएफ उत्तराखंड- ऑल इंडिया रैंक-6
  3. अपर उपनिरीक्षक संचार चंद्रमोहन, साइबर सैल अल्मोड़ा- ऑल इण्डिया रैंक-10

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अलग-अलग राज्यों से साइबर कमांडो के लिए चयनित सबसे अधिक कर्मचारियों की संख्या में उत्तराखंड राज्य तीसरे स्थान पर है. उत्तराखंड से साइबर कमांडो के लिए 72 पुलिस कर्मी चयनित हुए हैं. साथ ही राज्य से चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मियों का ऑल इंडिया रैंक में दूसरा, छठा और दसवां स्थान रहा है.

गौर है कि साइबर सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और बढ़ते साइबर खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार (भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र I4C) ने 'साइबर कमांडो की विशेष शाखा' की स्थापना के लिए परामर्श जारी किया है. जिसके तहत 11 जनवरी को भारत वर्ष के सभी राज्यों में एनएफएसयू (National Forensic Sciences University) दिल्ली द्वारा अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में साइबर कमांडो की परीक्षा आयोजित की गई. साइबर कमांडो की परीक्षा में पूरे भारत वर्ष के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों समेत केंद्रीय पुलिस संगठनों के अलग-अलग पुलिस संगठनों में सेवारत लगभग 3200 कर्मियों ने प्रतिभाग किया.

परीक्षा में उत्तराखंड पुलिस के कुल 242 पुलिसकर्मियों ने प्रतिभाग किया था. जिनमें एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखंड के 7 कर्मचारियों सहित कुल 72 कर्मियों का चयन हुआ. चयनित कर्मचारियों को देश के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थान, राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) आदि में व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए विभागीय अनुमति के बाद बारी-बारी से भेजा जाएगा. प्रशिक्षित साइबर कमांडो अपने मूल संगठन के लिए काम करेंगे और उनसे डिजिटल फॉरेंसिक, घटना प्रतिक्रिया और सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने में प्रशिक्षण के दौरान विकसित विशेषज्ञता के अनुसार भूमिकाएं सौंपी जाएंगी.

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से साइबर कमांडो के लिए चयनित सबसे अधिक कर्मचारियों की संख्या में उत्तराखंड तृतीय स्थान पर रहा. प्रथम स्थान पर तेलंगाना-172, केरल-73 और उत्तराखंड से 72 कर्मचारियों का चयन हुआ है.

उत्तराखंड से साइबर कमांडो के लिए चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मी-

  1. कॉन्स्टेबल हरेंद्र भंडारी, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून- ऑल इंडिया रैंक-2
  2. कॉन्स्टेबल कादर खान, एसटीएफ उत्तराखंड- ऑल इंडिया रैंक-6
  3. अपर उपनिरीक्षक संचार चंद्रमोहन, साइबर सैल अल्मोड़ा- ऑल इण्डिया रैंक-10

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