देहरादून: उत्तराखंड में हर साल दैवीय आपदा आम लोगों के साथ-साथ सरकार का भी करोड़ों रुपए का नुकसान करके जाती है. इस बार भी उधम सिंह नगर, टिहरी और फिर रुद्रप्रयाग के केदारनाथ में दैवीय आपदा से करोड़ों का नुकसान हुआ है. केदारनाथ धाम में 31 जुलाई की रात आई आपदा से गौरीकुंड को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का तकरीबन 700 मीटर का पैच पूरी तरह से वॉश आउट हो गया है. इसके अलावा गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक का पैदल मार्ग भी तकरीबन आधा दर्जन जगहों पर पूरी तरह से वॉश आउट हुआ है.
टूटे हुए मोटर मार्गों का पुनर्निर्माण शुरू: लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग से आगे गौरीकुंड के बीच में टूटे हुए मोटर मार्ग के पुनर्निर्माण का काम NHAI कर रही है. वहीं गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक के पैदल मार्ग के पुनर्निर्माण का काम लोक निर्माण विभाग कर रहा है, जिस पर लोक निर्माण विभाग तकरीबन 10 फोल्डिंग ब्रिज बनाने की कार्रवाई शुरू कर चुका है.
हर साल होता है करोड़ों का नुकसान: उत्तराखंड में इस साल हुए नुकसान की बात की जाए तो वित्तीय वर्ष 2023-24 में आपदा के कारण टूटी लोक निर्माण विभाग की सड़कों की संख्या 2,424 थी, जिनको खोलने के लिए 43.24 करोड़ रुपए का खर्च आया था. वहीं, उनके स्थायी समाधान के लिए 260.54 करोड़ रुपए का खर्च आया था. इसी तरह से पिछले साल 93 पुल आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए, जिन्हें तत्काल खोलने के लिए 7.55 करोड़ और उनके स्थायी समाधान के लिए 139.13 करोड़ का खर्च आया. इस तरह से सड़कों और पुलों को मिलाकर कुल 451.57 करोड़ का नुकसान हुआ था.
साल 2023 में राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत 13 सड़कों का नुकसान: वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत पिछले साल 13 सड़कों का नुकसान हुआ. उनके रिस्टोरेशन के लिए कुल 64.54 करोड़ रुपए का खर्च आया था. इसी तरह से पिछले वित्तीय वर्ष में तकरीबन 515 करोड़ का खर्च केवल सड़कों और पुलों के पुनर्निर्माण में आया. इस वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो इस मानसून सीजन में 15 जून से लेकर अब तक कुल 2,290 जगह पर सड़कें टूटी हैं, जिसमें पीडी राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण सड़कों में पीएमसी की सड़कें मौजूद हैं. वहीं घरों की अगर बात की जाए, तो प्राकृतिक आपदा के चलते 1000 से ज्यादा आवासीय घरों का नुकसान हुआ है.
आपदा से हुए नुकसान का हो रहा आकलन: वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि आपदा के नुकसान को लेकर आकलन का कार्य लगातार जारी है. प्राकृतिक आपदाओं के दौरान जिला प्रशासन को राहत बचाव कार्यों के साथ-साथ आपदा के नुकसान का आकलन और सर्वे की कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि लगातार केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को आपदा में हुए नुकसान को लेकर मदद दी जाती है.
विशेष पैकेज से जगी उम्मीद: वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र के बजट को लेकर जब उनसे सुझाव मांगा गया था, तो उन्होंने आपदा में प्रदेश को होने वाले नुकसान का विषय रखा था और उन्हें इस बात की खुशी है कि इस बार के बजट में उत्तराखंड के लिए आपदा में नुकसान की भरपाई को लेकर अलग से बजट रखा गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का विशेष पैकेज मरहम लगाने का काम करेगा.
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