देहरादून: उत्तराखंड में प्रतिवर्ष चलने वाली विश्वनाथ जगदीशिला की 25वीं डोली यात्रा रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में उत्तराखंड में हजार धामों के चिन्हीकरण का लक्ष्य रखा गया है. वहीं रजत जयंती के उपलक्ष्य में 11 सूत्रीय कार्यक्रम पूरे वर्ष भर चलेंगे. 16 मई से यह यात्रा शुरू होने जा रही है और 16 जून को गंगा दशहरा के अवसर पर हरिद्वार में यात्रा का समापन होगा.
विश्वनाथ जगदीशिला यात्रा का रजत जयंती वर्ष: पूर्व कैबिनेट मंत्री और यात्रा संयोजक मंत्री प्रसाद मैथानी ने बताया कि बाबा विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा 2024 इस वर्ष अपने 25 साल पूरे करने जा रही है. इसके साथ ही अन्य वर्षों की तरह इस बार भी यात्रा को और बेहतर बनाया जाएगा. साथ ही 325 देवालयों के साथ ही 70 और देवालयों को भी जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक तीर्थाटन को बढ़ावा देना भी यात्रा का लक्ष्य है.
16 मई से शुरू होगी जगदीशिला डोली यात्रा: मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि 16 जून को भक्तगण अपने-अपने जिलों में गौ माता को फलाहार देकर पूजन और उत्तराखंड की जमीन बचाने का संकल्प लेंगे. 26 जुलाई को अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर समूचे प्रदेश में सभी जिलों पर रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे. 31 जुलाई को शहीदों की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ का आयोजन किया जाएगा. 31 अगस्त को संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए संस्कृत विद्यालय खोलने की शुरुआत की जाएगी. 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों की दशा और दिशा पर विचार गोष्ठी का आयोजन पूरे प्रदेश मुख्यालयों पर किया जाएगा. इसी प्रकार यह कार्यक्रम अलग-अलग स्तर पर 22 मार्च 2025 तक आयोजित किए जाएंगे.
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