देहरादून: उत्तराखंड में महिलाओं अपराधों पर लगाम लगाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. पिछले पांच महीने के महिला अपराध के आंकड़े देखें तो साफ पता चलता है कि उत्तराखंड में इस तरह के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं. लगातार बढ़ते इन मामलों ने पुलिस अधिकारियों के चिंताएं बढ़ी दी हैं. जिसे देखते हुए अब उत्तराखंड में बढ़ते महिला अपराधों को देखते हुए उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार एक्शन में हैं.
Uttarakhand Director General of Police Abhinav Kumar has instructed all district in-charges that women's safety is one of the top priorities of Uttarakhand Police.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 3, 2024
The DGP said that if police personnel misbehave with women or the involvement of the police force in immoral… pic.twitter.com/mEyAD9YoIz
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सभी जिला प्रभारियों को निर्देश दिये हैं. जिसमें पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए कहा है. डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा यदि पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है या अनैतिक गतिविधियों में पुलिस बल की संलिप्तता परिलक्षित होती है, तो एक ओर जहां इन घटनाओं से पूरे पुलिस विभाग की छवि धूमिल होती है. दूसरी ओर आम जनता/महिलाओं में प्रतिकूल संदेश फैलता है, जिसका असर पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर भी पड़ता है.
उत्तराखंड में महिलाओं से जुड़े अपराधों की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं. प्रदेश में पहले ही अंकिता भंडारी हत्याकांड, पिंकी हत्याकांड जैसे बड़े मामले हो चुके हैं. बीते दिनों भी हरिद्वार के बहादराबाद में नाबालिग से गैगरेप की घटना सामने आई. आज चंपावत से भी कुछ इसी तरह की खबर सामने आई है. कुल मिलाकर कहें तो हर दिन महिला अपराध से जुड़ी खबर सामने आ रही है. जिस पर रोक लगाने के लिए उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने जिला प्रभारियों को सख्त निर्देश जारी किये हैं.