देहरादून: उत्तराखंड में चंद दिनों बाद चारधाम यात्रा 2024 शुरू हो रही है. जिसे लेकर यात्रियों में खासा उत्साह देखा रहा है. यही वजह है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग जून तक फुल हो गई है. ऐसे में अगर अब आपने इंटरनेट पर हेली टिकट बुकिंग करने का प्रयास किया तो जेब भी खाली हो सकती है. इसके लिए देशभर में साइबर ठगों ने इंटरनेट पर फर्जी वेबसाइट का जाल बिछाना शुरू कर दिया है. पिछले साल भी कई ऐसे फर्जी वेबसाइट को बंद कराया गया था, जो यात्रियों को हेली टिकट के नाम पर चूना लगा रहे थे. लिहाजा, अब उत्तराखंड एसटीएफ ऐसी फर्जी वेबसाइटों पर निगरानी रख रही है. वहीं, साइबर पुलिस ने भी साइबर ठगी से बचने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है.
साल 2023 में केदारनाथ हेली टिकट से जुड़े 64 फर्जी वेबसाइट कराए गए बंद: बता दें कि साइबर ठगों ने पिछले साल भी देशभर में केदारनाथ हेली टिकट के नाम पर सैकड़ों लोगों को ठगा. पिछले साल 64 फर्जी वेबसाइटों को बंद कराया गया था. इसके साथ ही करीब 40 मुकदमे भी अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए. इस बार भी ऐसी साइटों के खिलाफ साइबर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इस बार आईआरसीटीसी की हेली टिकट विंडो खुलते ही जून तक के टिकट बुक हो गए हैं. उससे ठगी की संभावना और ज्यादा बढ़ गई है.
केदारनाथ हेली बुकिंग के नाम पर बने वेबसाइटों से सावधान: उत्तराखंड एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि केदारनाथ के लिए हेली बुकिंग के नाम पर ठगी साल दर साल बढ़ती जा रही है. लोगों को हेलीकॉप्टर की बुकिंग करते वक्त सचेत रहने की जरूरत है. टिकट न मिलने पर अन्य साइटों पर बिल्कुल भरोसा न करें. साइबर ठग केदारनाथ हेली बुकिंग के नाम पर लगातार फर्जी वेबसाइट बनाने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अपनी पोस्ट डाल रहे हैं. जिस पर क्लिक करने पर ठगी का शिकार हो सकते हैं.
केवल IRCTC से हो रही केदारनाथ हेली टिकट बुकिंग: चारधाम या केदारनाथ हेली टिकट बुकिंग के लिए सरकार ने केवल आईआरसीटीसी (IRCTC) को अधिकृत किया है. केदारनाथ हेली टिकट बुकिंग के लिए ऑफिसियल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in है. इस पर टिकट उपलब्ध हों, तभी बुक कराएं. इससे मिलती जुलती वेबसाइट भी कई होती हैं, लेकिन इससे पहले कि ठगी का शिकार हों, इसका सत्यापन कर लें.
नकली वेबसाइट पर लिखा होता है मोबाइल नंबर, कतई फोन न करें: वहीं, साइबर पुलिस उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों के लिए अपील कर रही है हेली टिकट बुकिंग के लिए सोशल मीडिया पर आने वाले विज्ञापनों पर ध्यान न दें. असली या ऑफिसियल वेबसाइट पर मोबाइल नंबर नहीं लिखा होता है. जबकि, नकली वेबसाइट के इंटरफेस पर ही मोबाइल नंबर लिखा रहता है. हेली टिकट की बुकिंग के लिए किसी भी मोबाइल नंबर पर कॉल न करें.
हेली टिकट से जुड़े कोई भी फोन आने पर झांसे न आएं: सरकार ने बुकिंग के लिए किसी कॉल सेंटर को हायर नहीं किया है. ऐसे में किसी भी फोन कॉल पर विश्वास न करें. इसके अलावा किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें. साइबर ठगी होने की दशा में सीधे डायल 1930 पर फोन करें और बाहर से आने वाले लोग आसपास के थाने या चौकी में अपने साथ हुई ठगी की शिकायत भी कर सकते हैं.
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