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चैंपियन VS उमेश कुमार कंट्रोवर्सी, विवाद में बिरादरियों की एंट्री, महापंचायतों का माहौल तेज - CHAMPION UMESH KUMAR CONTROVERSY

26 जनवरी को प्रणव चैंपियन ने की थी खुलेआम फायरिंग, मामले के बाद गर्माया माहौल, उमेश कुमार ने भी संभाल मोर्चा

CHAMPION UMESH KUMAR CONTROVERSY
चैंपियन VS उमेश कुमार कंट्रोवर्सी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 31, 2025, 8:48 PM IST

Updated : Jan 31, 2025, 9:37 PM IST

देहरादून: 26 जनवरी गणतंत्र वाले दिन उत्तराखंड में 'गनतंत्र' का नजारा देखने को मिला. इस दिन हरिद्वार जिले को दो माननीयों ने कुछ ऐसा किया कि विवाद हो गया. हरिद्वार जिले की खानपुर सीट से पूर्व विधायक रहे प्रणव चैंपियन ने खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर खुलेआम फायरिंग की. इस दौरान प्रणव चैंपियन के समर्थकों ने उमेश कुमार के समर्थकों के साथ मारपीट भी की.

इसके बाद मामले में उमेश कुमार की एंट्री हुई. गुस्साये उमेश कुमार का खुलेआम पिस्तौल लहराने वाला वीडियो सामने आया. जिसके बाद दोनों माननीयों का विवाद बढ़ता चला गया. खानपुर विधायक उमेश कुमार ने जल्द से जल्द चैंपियन की गिरफ्तारी की मांग की. शाम होते होते देहरादून से प्रणव चैंपियन की गिरफ्तारी भी हो गई. इसके बाद प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई. देर रात होते होते उमेश कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया. अगले दिन दोनों नेताओं का मेडिकल टेस्ट करवाया गया. फिर दोनों को कोर्ट में पेश किया गया.

रंगमहल में जमा गुर्जर समाज (ETV BHARAT)

जिसमें प्रणव चैंपियन को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दियाय वहीं, उमेश कुमार को जमानत मिल गई. उमेश कुमार की जमानत के बाद प्रणव चैंपियन के समर्थक भड़क गये. उनके परिजनों ने भी इसका विरोध किया. इसी बीच लढ़ौरा से महापंचाय की खबरें आने लगी. गुर्जर बिरादरी ने प्रणव चैंपियन को रिहा करने की मांग की. साथ ही उमेश कुमार पर रंगमहल का अपमान करने का आरोप लगाया. वहीं, जब इस बारे में उमेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने खुद को सर्वसमाज का नेता बताया. साथ ही उन्होंने भी ब्रहामणों को एकजुट करने की कोशिश शुरू कर दी. उमेश कुमार ने भी बैठक की घोषणा की,

डोईवाला में हिरासत में लिये गये उमेश कुमार (ETV BHARAT)

सोशल मीडिया से फायरिंग तक पहुंची इस लड़ाई में बिरादरियों की एंट्री से मामला गरमा गया. रुड़की और उसके आसपास के इलाकों में तनाव बढ़ गया. जिसे देखते हुए इलाकों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई. साथ ही पुलिस प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश शुरू की. जिसकी शुरूआत प्रणव चैंपियन के समर्थकों से शुरू की गई. जिसमें पुलिस सफल भी हुई. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद गुर्जर समाज ने केवी इंटर कॉलेज में होने वाली महापंचायत टाल दी. साथ ही उन्होंने जल्द ही आने वाले दिनों में बड़ा निर्णय लेने की बात कही.

7 घंटे बाद छोड़ गये उमेश कुमार (ETV BHARAT)

वहीं, खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी अपने ऑफिस पर बुलाई बैठक टाल दी. उन्होंने फेसबुक लाइव कर शांति का संदेश दिया. इसके बाद भी दोनों गुटों की सोशल मीडिया पर कहासुनी जारी है. इसी कड़ी में आज लक्सर ऑफिस बैठक के लिए जा रहे उमेश कुमार को पुलिस ने हिरासत में लिया. 7 घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया. वे लक्सर में अपने समर्थकों के साथ बैठक करने जा रहे थे.

कुल मिलाकर कहें तो फायरिंग विवाद के 6 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ये मामला शांत नहीं हुआ. बिरादरियों की एंट्री ने इस मामले को और भी पेचीदा बना दिया है. ये आने वाले दिनों में पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.

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देहरादून: 26 जनवरी गणतंत्र वाले दिन उत्तराखंड में 'गनतंत्र' का नजारा देखने को मिला. इस दिन हरिद्वार जिले को दो माननीयों ने कुछ ऐसा किया कि विवाद हो गया. हरिद्वार जिले की खानपुर सीट से पूर्व विधायक रहे प्रणव चैंपियन ने खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर खुलेआम फायरिंग की. इस दौरान प्रणव चैंपियन के समर्थकों ने उमेश कुमार के समर्थकों के साथ मारपीट भी की.

इसके बाद मामले में उमेश कुमार की एंट्री हुई. गुस्साये उमेश कुमार का खुलेआम पिस्तौल लहराने वाला वीडियो सामने आया. जिसके बाद दोनों माननीयों का विवाद बढ़ता चला गया. खानपुर विधायक उमेश कुमार ने जल्द से जल्द चैंपियन की गिरफ्तारी की मांग की. शाम होते होते देहरादून से प्रणव चैंपियन की गिरफ्तारी भी हो गई. इसके बाद प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई. देर रात होते होते उमेश कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया. अगले दिन दोनों नेताओं का मेडिकल टेस्ट करवाया गया. फिर दोनों को कोर्ट में पेश किया गया.

रंगमहल में जमा गुर्जर समाज (ETV BHARAT)

जिसमें प्रणव चैंपियन को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दियाय वहीं, उमेश कुमार को जमानत मिल गई. उमेश कुमार की जमानत के बाद प्रणव चैंपियन के समर्थक भड़क गये. उनके परिजनों ने भी इसका विरोध किया. इसी बीच लढ़ौरा से महापंचाय की खबरें आने लगी. गुर्जर बिरादरी ने प्रणव चैंपियन को रिहा करने की मांग की. साथ ही उमेश कुमार पर रंगमहल का अपमान करने का आरोप लगाया. वहीं, जब इस बारे में उमेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने खुद को सर्वसमाज का नेता बताया. साथ ही उन्होंने भी ब्रहामणों को एकजुट करने की कोशिश शुरू कर दी. उमेश कुमार ने भी बैठक की घोषणा की,

डोईवाला में हिरासत में लिये गये उमेश कुमार (ETV BHARAT)

सोशल मीडिया से फायरिंग तक पहुंची इस लड़ाई में बिरादरियों की एंट्री से मामला गरमा गया. रुड़की और उसके आसपास के इलाकों में तनाव बढ़ गया. जिसे देखते हुए इलाकों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई. साथ ही पुलिस प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश शुरू की. जिसकी शुरूआत प्रणव चैंपियन के समर्थकों से शुरू की गई. जिसमें पुलिस सफल भी हुई. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद गुर्जर समाज ने केवी इंटर कॉलेज में होने वाली महापंचायत टाल दी. साथ ही उन्होंने जल्द ही आने वाले दिनों में बड़ा निर्णय लेने की बात कही.

7 घंटे बाद छोड़ गये उमेश कुमार (ETV BHARAT)

वहीं, खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी अपने ऑफिस पर बुलाई बैठक टाल दी. उन्होंने फेसबुक लाइव कर शांति का संदेश दिया. इसके बाद भी दोनों गुटों की सोशल मीडिया पर कहासुनी जारी है. इसी कड़ी में आज लक्सर ऑफिस बैठक के लिए जा रहे उमेश कुमार को पुलिस ने हिरासत में लिया. 7 घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया. वे लक्सर में अपने समर्थकों के साथ बैठक करने जा रहे थे.

कुल मिलाकर कहें तो फायरिंग विवाद के 6 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ये मामला शांत नहीं हुआ. बिरादरियों की एंट्री ने इस मामले को और भी पेचीदा बना दिया है. ये आने वाले दिनों में पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.

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Last Updated : Jan 31, 2025, 9:37 PM IST
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