देहरादून: उत्तराखंड में सीनियर आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को आखिरकार दी गई जिम्मेदारी से हटा दिया गया है. ईटीवी भारत ने सुशांत पटनायक को एनटीएफपी की जिम्मेदारी दिए जाने पर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद वन मुख्यालय में प्रमुख वन संरक्षक हॉफ ने अपने पूर्व के आदेश को खत्म करते हुए सुशांत पटनायक को दी गई जिम्मेदारी वापस ली.
वन मुख्यालय किया था अटैच: आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक पर महिला से छेड़छाड़ के मामले में मुकदमा दर्ज है, इतना ही नहीं विशाखा कमेटी भी उनके मामले में अपनी जांच रिपोर्ट दे चुकी है. इतने गंभीर मामले में चल रही जांच को लेकर उन्हें पूर्व में वन मुख्यालय अटैच किया गया था, हैरत की बात यह है की शासन द्वारा अटैच किए जाने के बावजूद वन मुख्यालय के स्तर पर ही उन्हें जिम्मेदारी दे दी गई थी.
प्रमुख वन संरक्षक हॉफ ने वापस ली जिम्मेदारी: इस मामले में ईटीवी भारत द्वारा खबर को प्रकाशित करने के बाद खबर का बड़ा असर हुआ है. वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को वन मुख्यालय में दी गई जिम्मेदारी से हटाने के आदेश हो गए हैं. उनकी जगह अब गढ़वाल चीफ नरेश कुमार को एनटीएफपी (Non Timber Forest Products) की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गड़बड़ी में भी सामने आया था नाम: बता दें कि आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक का नाम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गड़बड़ी को लेकर भी सामने आया था. जिसके बाद एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के अफसरों ने सुशांत पटनायक के घर पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी की टीम उनके घर पर नोट गिनने की दो मशीन ले जाते हुए भी दिखाई दी थी.
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