लखनऊ: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई है और सरकार का दावा है जल्द ही रिजल्ट जारी होगा. ऐसे में परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट से गुजरना होगा. लेकिन जो अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता टेस्ट की तैयारी शुरू करने के लिए अभी भी इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए वह सावधानी हो जाएं. क्योंकि हाल ही में झारखंड में पुलिस भर्ती की दौड़ में 12 अभ्यर्थियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. ऐसे में यूपी के अभ्यर्थियों को कैसे तैयारी करें, विशेषज्ञों से जाने.
25 मिनट में पूरी करने होगी 4.5 किमी की दौड़ः गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती के लिए 23 से 31 अगस्त तक लिखित परीक्षा संपन्न हुई. जिसमें करीब 35 लाख अभ्यर्थियों ने 60244 पदों के लिए परीक्षा दी थी. अब इस लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का शारीरिक दक्षता टेस्ट होना है. जिसके लिए अभ्यर्थियों को 4.5 किलोमीटर की दौड़ 25 मिनट में पूरी करनी होगी. अभ्यर्थियों ने शारीरिक दक्षता की तैयारी शुरू कर दी है लेकिन कुछ परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में कार्डियोलॉजिस्ट ने चेताया है कि यदि दौड़ के लिए प्रैक्टिस नहीं कर रहे हैं तो जानलेवा साबित हो सकती है.
शारीरिक दक्षता से पहले हो मेडिकल टेस्ट: श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सबसे पहले अभ्यर्थियों को यह जानना जरूरी है कि नौकरी से ज्यादा जरूरी जीवन है. ऐसे में यदि किसी अभ्यर्थी को कोई मेडिकल हिस्ट्री है और वह फेफड़े या दिल से संबंधित है तो वो किसी भी हाल में दौड़ में शामिल न हो और न ही प्रैक्टिस करें. फिजिकल टेस्ट से पहले अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट होना चाहिए ताकि ऐसे अभ्यर्थियों को छंटनी हो सके जिसे कोई गंभीर बीमारी हो. उन्होंने कहा कि कई अभ्यर्थी नौकरी की चाहत में अपनी गंभीर बीमारी छुपा लेते हैं.
कछुए खरगोश की कहानी से सीखें अभ्यर्थी:डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि अभ्यर्थियों को कछुआ और खरगोश की कहानी से सीखना होगा कि सतत प्रयास करते रहो और अपनी क्षमता बढ़ाते रहे. यदि छात्र एक दम से शारीरिक दक्षता टेस्ट की तैयारी में जुटेंगे और दौड़ना शुरू करेंगे तो क्षमता नहीं बढ़ पाएगी. ऐसे में अभ्यर्थी लगातार प्रैक्टिस करते रहते है तो शरीर तैयार हो जाता है. किसी ट्रेंड कोच की देख रेख में बीपी और हार्ट रेट को काबू में रखने के लिए लगातार प्रैक्टिस जरूरी है.
एक दिन में फिजिकल प्रैक्टिस को तैयारी नहीं होती: केडी सिंह बाबू स्टेडियम के रनिंग कोच रवि कांत ने कहा कि कभी-कभी अभ्यर्थी सोचते हैं कि पहले पढ़ाई कर लें और फिजिकल ट्रेनिंग का ध्यान ही नहीं रखते हैं. लिखित परीक्षा होने के बाद अभ्यर्थी सोचते हैं कि एक या दो माह में दौड़ लगा कर पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे. अधिकांश अभ्यर्थी यूट्यूब देख कर शॉर्ट कट अपनाते हैं. इन्ही वजहों से अभ्यर्थियों को हार्ट और बीपी की दिक्कतें आती है. रवि कांत कहते है कि जब अभ्यर्थी दौड़ लगाते हैं तब उन्हें नही पता होता है कि उस दौरान उनकी हार्ट बीट कितनी तेज हो जाती है. अभ्यर्थी इस पर ध्यान ही नहीं देता है और वह सोचता है कि किसी भी हाल में तय समय पर दूरी तय करनी है. ऐसे में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवा को रोजाना प्रैक्टिस करनी चाहिए और किसी ट्रेनर से जरूर बात करते रहें.
इस दिन आ सकता है रिजल्टः दरअसल, यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया पांच चरणों में होनी है. पहला चरण लिखित परीक्षा था, जो संपन्न हो गई है. दूसरा चरण फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET), इसके बाद तीसरा चरण फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट (PMT), चौथा चरण डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन और पांचवा मेडिकल टेस्ट होगा. सभी चरणों में जो अभ्यर्थी पास होंगे, उनकी मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी. इसी के आधार पर कांस्टेबल की नियुक्ति की जाएगी. वैसे भर्ती बोर्ड की ओर से रिजल्ट को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि नवम्बर आखिर तक बोर्ड परिणाम घोषित कर देगा. जिसे यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर जारी किया जायेगा.
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