फिरोजाबाद : विकास के लिए कई बड़े आंदोलन हो चुके हैं. सबका तरीका अलग-अलग रहा है. इसी कड़ी में जिले के एक संत भी सड़क निर्माण के लिए अनोखा विरोध जता रहे हैं. वह 3 साल से खड़े रहकर जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदारों तक अपनी आवाज पहुंचा रहे हैं. वह दिन-रात इसी स्थिति में रहते हैं. वह या तो एक पैर पर खड़े रहते हैं या टहलते रहते हैं. एक जगह रुकते नहीं हैं. जन कल्याण के लिए उनके इस संकल्प के कारण लोग उन्हें अब हठयोगी बाबा के नाम से जानते हैं.
ग्रामीण उन्हें बाबा महेशानंद गिरी उर्फ बच्चा बाबा के नाम से भी पुकारते हैं. वह फिरोजाबाद के टूंडला तहसील के गांव ग्वारई के बाहर बने मंदिर के महंत भी है. ग्वारई गांव टूंडला से लगभग 20 किलोमीटर दूर यमुना नदी के पास स्थित है. बाबा जिस मंदिर के महंत है वह मंदिर गांव के बाहर यमुना नदी के किनारे है. गांव में विकास न होने से लोग परेशान हैं. सड़क, बिजली आदि समस्याओं का समाधान न होने से उन्हें काफी दिक्कत होती है.
ग्रामीणों की इन समस्याओं को बाबा महेशानंद गिरी ने महसूस किया. इसके बाद उन्होंने एक पैर पर खड़े होकर विरोध जताने का संकल्प ले लिया. बाबा या तो एक पैर से खड़े होते हैं या फिर घूमते-फिरते हैं. वह एक जगह बैठते नहीं हैं. पिछले तीन साल से इसी तरह उनका हठयोग चल रहा है. बाबा चाहते हैं कि इलाके का विकास हो.
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि जिस तरह से अन्य इलाकों में विकास हो रहा है वैसा ही विकास इस इलाके में भी होना चाहिए. यहां सड़कों की हालत खराब है. गांव में स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी है. जलभराव की समस्या भी बनी रहती है. इसके अलावा मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया जाना चाहिए. चुनाव के वक्त नेता आते हैं आश्वासन देकर चले जाते हैं. एक बार विधायक प्रेमपाल धनगर भी आए थे. उन्होंने विकास का भरोसा दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ. जब तक उनका संकल्प पूरा नही होगा, तब तक वह अपना हठयोग जारी रखेंगे.