ETV Bharat / state

बनारस राजघराने में अब बिजली पर घमासान, लाइन सही करने पहुंचे कर्मी को रोका, राजकुमारियों ने बुलाई पुलिस - Banaras royal family dispute

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 19, 2024, 7:32 AM IST

Updated : Aug 19, 2024, 8:02 AM IST

बनारस राजघराने के महल में अलग-अलग हिस्सों में रह रहीं दोनों राजकुमारियों के यहां बिजली फाल्ट हो गया. उसे सही करने पहुंचे कर्मी को महल में घुसने नहीं दिया गया. इस पर राजकुमारियों ने पुलिस को सूचना दे दी.

पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस कर रही मामले की जांच (Photo Credit; ETV Bharat)

वाराणसी : बनारस राजघराने का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. फिर से एक मामला रामनगर थाना पहुंचा है. इस बार बिजली को लेकर रार छिड़ गई है. दोनों बहनों में थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस इसकी जांच कर रही है. पहले से ही राजघराने के कई मामलों का विवाद कोर्ट में है. किले में हर दिन आपसी टकराव की खबरें सुर्खियों में बनी रहती हैं.

काशी राज परिवार में नया विवाद बिजली को लेकर शुरू हुआ है. महाराजा स्वर्गीय विभूति नारायण सिंह की बेटी और बेटे में बंटवारा नहीं हुआ है. इसे लेकर विवाद चल रहा है. महल के अलग-अलग हिस्सों में राजकुमारियों का कब्जा है. राजकुमारी कृष्ण प्रिया और राजकुमारी विष्णु प्रिया ने थाने में एप्लीकेशन दिया है कि उनके भाई और पूर्व काशी नरेश के पुत्र अनंत नारायण सिंह बिजली मिस्त्री को दुर्ग में घुसने नहीं दे रहे हैं.

पुलिस के हस्तक्षेप से बहाल हुई सप्लाई : दरअसल जिस हिस्से में दोनों राजकुमारियां रहती हैं, उस हिस्से की बिजली लाइन में शुक्रवार की रात को फाल्ट हो गया. उसे ठीक करने के लिए बिजली कर्मी पहुंचा था. आरोप है कि इसे अनंत नारायण के कर्मियों ने रोक लिया. बाद में दोनों राजकुमारियों ने पुलिस से शिकायत दी. रामनगर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बिजली सप्लाई सही हो पाई. शनिवार को दोनों बहनों ने भाई के खिलाफ तहरीर दी. हालांकि किले के सुरक्षा अधिकारी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. रामनगर थाना प्रभारी अनिल शर्मा ने बताया कि कृष्ण प्रिया की ओर से तहरीर मिली है. जांच की जा रही है. आज दोनों पक्षों से बातचीत की जाएगी.

बहनों और कुंवर में चल रही मुकदमेबाजी : कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही रह रही हैं. पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं. काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की. पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह की तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है. यह सभी लोग किले में ही रहते हैं. बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं.

पिछले वर्ष बहनों पर कुंवर अनंत नारायण ने दर्ज कराया था केस : 25 जून 2023 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों पर ताला तोड़कर चोरी करने का आरोप लगाया था. इसमें राजकुमारी विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और उनके दोनों बेटे वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह को नामजद किया गया था. पूरे मामले में कृष्ण प्रिया ने आरोप लगाया था कि किले के कुछ कर्मचारी हम भाई-बहनों में झगड़ा कराने की साजिश रचते हैं.

जमीन की रजिस्ट्री को लेकर भी विवाद : कुंवर अनंत सिंह ने यह दावा किया था कि पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिखा था. विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों से रिश्ते खत्म कर लिए थे. इसके अलावा 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री किए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था. तब काशीराज परिवार की बेटियों मौके पर काम रुकवाने के लिए गुहार लगाती रहीं. इसका वीडियो भी वायरल हुआ. उनकी तरफ से एक पंफलेट भी छपवाया गया था, जिसमें दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की गई थी. इसके अलावा कार्ड में राजकीय चिह्न छपवाने पर गहराया विवाद : साल 2018 में विवाद हुआ था.

यह भी पढ़ें : तन हाउसिंग डेवलपर्स ग्रुप पर SGST का सर्वे पूरा, 24 घंटे तक 60 टीमों ने सूबे के 15 ठिकानों पर खंगाले दस्तावेज, जमा कराए 5.90 करोड़

वाराणसी : बनारस राजघराने का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. फिर से एक मामला रामनगर थाना पहुंचा है. इस बार बिजली को लेकर रार छिड़ गई है. दोनों बहनों में थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस इसकी जांच कर रही है. पहले से ही राजघराने के कई मामलों का विवाद कोर्ट में है. किले में हर दिन आपसी टकराव की खबरें सुर्खियों में बनी रहती हैं.

काशी राज परिवार में नया विवाद बिजली को लेकर शुरू हुआ है. महाराजा स्वर्गीय विभूति नारायण सिंह की बेटी और बेटे में बंटवारा नहीं हुआ है. इसे लेकर विवाद चल रहा है. महल के अलग-अलग हिस्सों में राजकुमारियों का कब्जा है. राजकुमारी कृष्ण प्रिया और राजकुमारी विष्णु प्रिया ने थाने में एप्लीकेशन दिया है कि उनके भाई और पूर्व काशी नरेश के पुत्र अनंत नारायण सिंह बिजली मिस्त्री को दुर्ग में घुसने नहीं दे रहे हैं.

पुलिस के हस्तक्षेप से बहाल हुई सप्लाई : दरअसल जिस हिस्से में दोनों राजकुमारियां रहती हैं, उस हिस्से की बिजली लाइन में शुक्रवार की रात को फाल्ट हो गया. उसे ठीक करने के लिए बिजली कर्मी पहुंचा था. आरोप है कि इसे अनंत नारायण के कर्मियों ने रोक लिया. बाद में दोनों राजकुमारियों ने पुलिस से शिकायत दी. रामनगर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बिजली सप्लाई सही हो पाई. शनिवार को दोनों बहनों ने भाई के खिलाफ तहरीर दी. हालांकि किले के सुरक्षा अधिकारी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. रामनगर थाना प्रभारी अनिल शर्मा ने बताया कि कृष्ण प्रिया की ओर से तहरीर मिली है. जांच की जा रही है. आज दोनों पक्षों से बातचीत की जाएगी.

बहनों और कुंवर में चल रही मुकदमेबाजी : कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही रह रही हैं. पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं. काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की. पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह की तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है. यह सभी लोग किले में ही रहते हैं. बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं.

पिछले वर्ष बहनों पर कुंवर अनंत नारायण ने दर्ज कराया था केस : 25 जून 2023 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों पर ताला तोड़कर चोरी करने का आरोप लगाया था. इसमें राजकुमारी विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और उनके दोनों बेटे वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह को नामजद किया गया था. पूरे मामले में कृष्ण प्रिया ने आरोप लगाया था कि किले के कुछ कर्मचारी हम भाई-बहनों में झगड़ा कराने की साजिश रचते हैं.

जमीन की रजिस्ट्री को लेकर भी विवाद : कुंवर अनंत सिंह ने यह दावा किया था कि पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिखा था. विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों से रिश्ते खत्म कर लिए थे. इसके अलावा 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री किए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था. तब काशीराज परिवार की बेटियों मौके पर काम रुकवाने के लिए गुहार लगाती रहीं. इसका वीडियो भी वायरल हुआ. उनकी तरफ से एक पंफलेट भी छपवाया गया था, जिसमें दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की गई थी. इसके अलावा कार्ड में राजकीय चिह्न छपवाने पर गहराया विवाद : साल 2018 में विवाद हुआ था.

यह भी पढ़ें : तन हाउसिंग डेवलपर्स ग्रुप पर SGST का सर्वे पूरा, 24 घंटे तक 60 टीमों ने सूबे के 15 ठिकानों पर खंगाले दस्तावेज, जमा कराए 5.90 करोड़

Last Updated : Aug 19, 2024, 8:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.