जैसलमेर. अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी स्वर्णनगरी में भ्रमण के लिए पहुंचे हैं. एयरपोर्ट पहुंचने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिका के राजदूत जैसलमेर सम मार्ग पर स्थित होटल सूर्यागढ़ पहुंचे. साथ में एरिक का परिवार भी जैसलमेर घूमने आया है. अमेरिका के राजदूत और उनका परिवार जैसलमेर की कला संस्कृति से रूबरू होगें. इसके साथ ही एरिक विभिन्न पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण करेंगे. होटल सूर्यागढ़ पहुंचने पर राजदूत और उनके परिवार का राजस्थानी परंपरा के साथ भव्य स्वागत किया गया. अमेरिका के राजदूत उनका परिवार स्वर्णनगरी भ्रमण के बाद रविवार को दिल्ली लौट जाएगा.
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने जैसलमेर के रेगिस्तान में स्थित राजकुमारी रत्नावती गल्र्स स्कूल का भी विजिट किया. इस दौरान जैसलमेर के पूर्व महारावल चैतन्यराज सिंह भी उनके साथ मौजूद रहे. उन्होने एरिक गार्सेटी को स्कूल के बारे में विभिन्न जानकारी दी. बता दें कि जैसलमेर के थार रेगिस्तान के बीच बना यह राजकुमारी रत्नावती गल्र्स स्कूल बेहद ही आकर्षण का केन्द्र है.इस स्कूल को न्यूयॉर्क के आर्किटेक्ट डायरला केलाग ने डिजाइन किया है.
स्कूल की खासियत : गर्मी में लू के चलते रेगिस्तान के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस परेशानी को दूर करने के लिए इस स्कूल को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर अधिक गर्मी न लगे. स्कूल भवन को अंडाकार संरचना के साथ बनाया गया है. इस स्कूल को कुछ इस तरह तैयार किया गया है कि यहां बिना किसी एसी या कूलर के भी हमेशा ठंडी हवा आती है. इस स्कूल में किंडरगार्टन से लेकर कक्षा 10वीं कक्षा तक की 400 से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं. जिस गांव में यह स्कूल बसा है, वहां महिला साक्षरता दर बहुत ही कम है. ऐसे में इस स्कूल में एक पुस्तकालय और संग्रहालय के साथ एक प्रदर्शन और कला प्रदर्शनी स्थल भी है. इसके अलावा यहां महिला सहकारी केंद्र भी है, जहां स्थानीय कारीगर महिलाएं बुनाई और कढ़ाई की तकनीक भी सीख रही हैं.